भारत में स्वदेशी रक्षा विनिर्माण में नई उपलब्धि: तेजस एमके1ए के लिए फ्यूजलेज असेंबली का हस्तांतरण

भारत ने अपने स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ावा देते हुए तेजस एमके1ए के लिए पहली सेंटर फ्यूजलेज असेंबली का सफल हस्तांतरण किया है। यह कदम एक निजी कंपनी द्वारा निर्मित महत्वपूर्ण सब-असेंबली का प्रतीक है, जो भारतीय रक्षा क्षेत्र में एक नई दिशा को दर्शाता है। इस हस्तांतरण के दौरान रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति ने इस उपलब्धि को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
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भारत में स्वदेशी रक्षा विनिर्माण में नई उपलब्धि: तेजस एमके1ए के लिए फ्यूजलेज असेंबली का हस्तांतरण

तेजस एमके1ए के लिए फ्यूजलेज असेंबली का सफल हस्तांतरण

रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा की कि भारत की स्वदेशी रक्षा निर्माण क्षमताओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से, एक निजी भारतीय कंपनी ने हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस एमके1ए के लिए 'पहली सेंटर फ्यूजलेज असेंबली' हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को सौंप दी है।


मंत्रालय के अनुसार, यह कदम एलसीए एमके1ए के निर्माण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। बयान में उल्लेख किया गया है कि यह पहली बार है जब एक निजी कंपनी द्वारा निर्मित एलसीए तेजस के लिए एक महत्वपूर्ण सब-असेंबली का निर्माण किया गया है।


यह हस्तांतरण हैदराबाद में सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार और एचएएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डी के सुनील की उपस्थिति में संपन्न हुआ। मंत्रालय ने बताया कि 30 मई को मेसर्स वीईएम टेक्नोलॉजीज द्वारा हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस एमके1ए के लिए पहली सेंटर फ्यूजलेज असेंबली एचएएल को सौंप दी गई।