भारत में स्मार्टफोन की कीमतों में भारी वृद्धि: 2000 रुपए तक का इजाफा

भारत में स्मार्टफोन की कीमतों में हाल ही में 2000 रुपए तक की वृद्धि हुई है, जो कि स्टोरेज कॉम्पोनेंट्स की बढ़ती कीमतों के कारण है। Vivo और ओप्पो जैसे ब्रांडों ने अपने फोन की कीमतें बढ़ा दी हैं। Samsung A17 की कीमत में भी इजाफा हुआ है, जिससे ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि 2026 के अंत तक जारी रह सकती है, खासकर AI की बढ़ती मांग के कारण। जानें इस मुद्दे के सभी पहलुओं के बारे में।
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भारत में स्मार्टफोन की कीमतों में भारी वृद्धि: 2000 रुपए तक का इजाफा

स्मार्टफोन की कीमतों में बढ़ोतरी

भारत में स्मार्टफोन की कीमतों में भारी वृद्धि: 2000 रुपए तक का इजाफा

Smartphone Prices In IndiaImage Credit source: Freepik/File Photo

भारत में नए स्मार्टफोन खरीदने वाले ग्राहकों को एक बड़ा झटका लगा है। अब उन्हें पहले से अधिक पैसे खर्च करने होंगे, क्योंकि स्मार्टफोन्स की कीमतें 2000 रुपए तक बढ़ गई हैं। यह वृद्धि मुख्य रूप से फोन में उपयोग होने वाले स्टोरेज कॉम्पोनेंट्स, जैसे मेमोरी और चिप्स की कीमतों में वृद्धि के कारण हो रही है। इसका प्रभाव इस वर्ष लॉन्च होने वाले नए फोन की कीमतों पर भी स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।


कंपनियों की कीमतों में वृद्धि

कंपोनेंट्स की बढ़ती कीमतों का असर ग्राहकों पर पड़ने वाला है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, Vivo T Series और Vivo T4x 5G सीरीज की कीमतें 1500 रुपए तक बढ़ चुकी हैं। इसी तरह, ओप्पो रेनो 14 और ओप्पो एफ31 सीरीज की कीमतों में भी 1000 से 2000 रुपए तक की वृद्धि हुई है।

Samsung A17 की कीमत में 500 रुपए की बढ़ोतरी हुई है, और इसके साथ चार्जर नहीं मिलने के कारण ग्राहकों को 1300 रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे। इसका मतलब है कि Samsung फोन खरीदने वालों के लिए यह फोन अब लगभग 1800 रुपए महंगा हो गया है। AIMRA ने फोन की कीमतों में लगातार वृद्धि की चेतावनी दी है, जिसका मुख्य कारण स्टोरेज कंपोनेंट्स की वैश्विक कीमतों में वृद्धि है।


भविष्य में कीमतों का बढ़ना

OEM द्वारा साझा किए गए दस्तावेजों के अनुसार, अगस्त 2025 से मेमोरी और चिप्स की कीमतें बढ़ रही हैं, और मेमोरी की सप्लाई में कमी के कारण यह समस्या और भी गंभीर हो गई है। उद्योग अनुसंधान के अनुसार, मेमोरी, चिप्स और कच्चे माल की कीमतें 2026 के अंत तक बढ़ती रहने की संभावना है।


AI के कारण बढ़ी मांग

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के कारण मशीन लर्निंग सिस्टम और डेटा सेंटर के लिए उच्च गुणवत्ता वाली मेमोरी की मांग में वृद्धि हो रही है। पहले चिप्स का उपयोग केवल फोन में होता था, लेकिन अब जेनरेटिव AI को संचालित करने के लिए इनका बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है।