भारत में वित्तीय आपातकाल की अफवाहें: सच्चाई क्या है?

भारत के खिलाफ पाकिस्तानी प्रचार
पाकिस्तानी सोशल मीडिया प्लेटफार्म भारत के खिलाफ प्रचार में व्यस्त हैं। हाल ही में एक हैंडल @Middle_Eastern0 ने एक अजीब प्रचार शुरू किया, जिसमें दावा किया गया कि भारत ने वित्तीय आपातकाल की घोषणा की है। इस दावे के अनुसार, ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के बाद 60 अरब डॉलर का बाजार नुकसान हुआ। हालांकि, इस पोस्ट ने भारत और पड़ोसी देशों में कोई बड़ा हड़कंप नहीं मचाया, लेकिन कुछ लोगों में थोड़ी भ्रम की स्थिति पैदा की है। क्या वास्तव में भारत ने वित्तीय आपातकाल की घोषणा की है? जानने के लिए आगे पढ़ें।
फैक्ट-चेक टीम की प्रतिक्रिया
एक पाकिस्तानी प्रचार खाता दावा कर रहा है कि भारत में वित्तीय आपातकाल की घोषणा की गई है, जो कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 25% टैरिफ के कारण 60 अरब डॉलर के बाजार नुकसान के बाद है।#PIBFactCheck
❌यह दावा #Fake
✅ भारत में कोई वित्तीय आपातकाल की घोषणा नहीं की गई है… pic.twitter.com/cJRp1GeeA1
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) 31 जुलाई, 2025
हालांकि, PIB की फैक्ट-चेक टीम ने इस पोस्ट के दावे को झूठा और असत्य बताया है। उन्होंने कहा कि भारत में कोई वित्तीय आपातकाल की घोषणा नहीं की गई है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी के जवाब में है कि भारत एक 'मृत अर्थव्यवस्था' है। गोयल ने यह भी बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था जल्द ही जीडीपी के आकार के मामले में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी बन जाएगी। वर्तमान में, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है।
भारत की आर्थिक स्थिति
गोयल ने कहा, "एक दशक से भी कम समय में, भारत 'फ्रैजाइल फाइव' अर्थव्यवस्थाओं से बाहर आया है और अब यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है। सुधारों, किसानों, MSMEs और उद्योगपतियों की मेहनत के आधार पर, हम दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में पहुंच गए हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हाल की घटनाओं के प्रभाव का अध्ययन कर रही है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय निर्यातकों, उद्योगों और सभी हितधारकों के साथ बातचीत कर रहा है और इस मुद्दे पर उनकी राय एकत्र कर रहा है।
ट्रंप की टिप्पणियाँ
ट्रंप ने Truth Social पर साझा किया, "मुझे परवाह नहीं है कि भारत रूस के साथ क्या करता है। वे अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ ले जा सकते हैं।"
उन्होंने भारत के टैरिफ को दुनिया में सबसे ऊंचा बताया और कहा कि भारत को 25% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।
भारत की प्रतिक्रिया
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि भारत अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता जारी रखेगा, लेकिन राष्ट्रीय हितों पर कोई समझौता नहीं करेगा। "सरकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति के बयान पर ध्यान दिया है और इसके प्रभावों का अध्ययन कर रही है।"
टैरिफ का कारण
ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाया है, क्योंकि भारत रूस के साथ निरंतर व्यापार कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और चीन रूस के सबसे बड़े ऊर्जा खरीदार हैं।