भारत में मौसम की स्थिति: चक्रवात मंथा का प्रभाव और ठंडी हवाओं की दस्तक

29 अक्टूबर 2025 का मौसम पूर्वानुमान दर्शाता है कि चक्रवात मंथा का प्रभाव पूर्वी भारत में है, जबकि उत्तर और पश्चिमी क्षेत्रों में ठंडी हवाएं चल रही हैं। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी है। दिल्ली-एनसीआर में मौसम साफ रहेगा, जबकि दक्षिणी शहरों में सुहावना मौसम है। जानें और अधिक जानकारी के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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भारत में मौसम की स्थिति: चक्रवात मंथा का प्रभाव और ठंडी हवाओं की दस्तक

भारत में मौसम का हाल 29 अक्टूबर 2025

अक्टूबर का अंतिम सप्ताह मौसम के दृष्टिकोण से काफी परिवर्तनशील साबित हो रहा है। बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न चक्रवात मंथा ने आंध्र प्रदेश के तटों पर दस्तक दे दी है, और इसके प्रभाव 29 अक्टूबर को पूर्वी भारत में महसूस किए जाएंगे। मौसम विभाग के अनुसार, यह चक्रवात अब कमजोर हो रहा है, लेकिन इसके साथ आई भारी बारिश और तेज हवाओं ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।


उत्तर और पश्चिमी क्षेत्रों में ठंडी हवाओं का अनुभव हो रहा है, जो दिवाली के बाद की गर्मी से थोड़ी राहत प्रदान कर सकती है। आइए, देशभर के मौसम की स्थिति पर एक नजर डालते हैं ताकि आप अपनी योजनाओं को बेहतर तरीके से बना सकें।


पूर्वी तट: चक्रवात का प्रभाव जारी


चक्रवात मंथा का लैंडफॉल आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा के पास हो चुका है, जहां हवाओं की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई थी। 29 अक्टूबर को इसका असर आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने इन राज्यों में भारी से अत्यधिक बारिश की चेतावनी जारी की है, विशेषकर रायलसीमा, दक्षिणी तटीय आंध्र और उत्तरी तमिलनाडु में।


चेन्नई और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सुबह से बादल छाए रहेंगे, तापमान 27-33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, लेकिन बारिश के कारण सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं। ओडिशा के तटीय जिलों में 14-15 सेंटीमीटर तक बारिश होने की संभावना है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।


स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने और मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी है। यदि आप इन क्षेत्रों में हैं, तो घर से निकलने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य चेक करें—यह बारिश न केवल यात्रा को बाधित कर सकती है, बल्कि फसलों को भी प्रभावित कर सकती है।


उत्तर भारत: धूप और ठंड का मिश्रण


दिल्ली-एनसीआर में 29 अक्टूबर को मौसम सामान्यतः साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 33-34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है, जो सामान्य से थोड़ा अधिक है।


सुबह की धुंध अब कम हो रही है, लेकिन प्रदूषण का स्तर अभी भी चिंताजनक है, इसलिए मास्क पहनना न भूलें। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में भी धूप खिली रहेगी, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों जैसे हिमाचल और उत्तराखंड में हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना है। यह बदलाव सर्दी की शुरुआत का संकेत दे रहा है, जो त्योहारों के बाद राहत प्रदान करेगा।


दक्षिण और पश्चिम: गर्मी बनी रहेगी, लेकिन नमी बढ़ेगी


मुंबई और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में आर्द्रता बढ़ने की संभावना है, तापमान 31-33 डिग्री तक पहुंच सकता है।


चक्रवात का दूर का असर यहां हल्की बारिश ला सकता है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। बैंगलोर जैसे दक्षिणी शहरों में मौसम सुहावना रहेगा—तापमान 26-28 डिग्री, हल्के बादल और कभी-कभी बूंदाबांदी।


हैदराबाद में भी यही स्थिति है, जहां दिवाली की रौनक अब मौसम के कारण थोड़ी फीकी पड़ सकती है। पश्चिमी राज्यों जैसे गुजरात और राजस्थान में धूल भरी हवाएं चलेंगी, लेकिन बारिश की संभावना कम है।


कुल मिलाकर, 29 अक्टूबर को भारत का मौसम दो भागों में बंटा नजर आ रहा है—पूर्व में चक्रवात का प्रभाव और अन्य स्थानों पर सामान्य शरद ऋतु का आगमन। मौसम विभाग लगातार निगरानी रख रहा है, और यदि आप यात्रा पर हैं, तो ऐप्स पर रीयल-टाइम अलर्ट चेक करें। यह मौसम न केवल प्रकृति की शक्ति को दर्शाता है, बल्कि हमें तैयार रहने की याद भी दिलाता है। सुरक्षित रहें, और कल का दिन खुशहाल बीते।