भारत में बायोगैस उद्योग में निवेश की संभावनाएं बढ़ रही हैं
बायोगैस की बढ़ती मांग
भारत में स्वच्छ ऊर्जा और वैकल्पिक ईंधन की आवश्यकता लगातार बढ़ती जा रही है। भारतीय बायोगैस एसोसिएशन (IBA) के अनुसार, आने वाले वर्षों में बायोगैस क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश की संभावना है। IBA का मानना है कि 2026-27 तक इस क्षेत्र में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश संभव है। 2025 में निवेशकों और उद्योग के लोगों की रुचि में वृद्धि हुई है, जिससे इस क्षेत्र की संभावनाएं और भी मजबूत हुई हैं।
CBG प्लांट्स की संख्या में वृद्धि
देश में अब तक 100 से अधिक कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में 94 प्लांट्स ने 31,400 टन से अधिक CBG की बिक्री की है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि बायोगैस की मांग बाजार में बढ़ रही है और यह क्षेत्र विस्तार की ओर अग्रसर है। IBA के अनुसार, भविष्य में और अधिक CBG प्लांट स्थापित होने की उम्मीद है, साथ ही कच्चे माल की आपूर्ति श्रृंखला में सुधार की संभावना है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर प्रभाव
बायोगैस केवल वैकल्पिक ईंधन नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए भी लाभकारी साबित हो रहा है। वर्तमान में लाखों छोटे पारंपरिक बायोगैस प्लांट्स हैं, जिनकी दक्षता बढ़ाने की संभावनाएं हैं। सरकार मध्यम आकार के बायोगैस प्लांट्स को बढ़ावा दे रही है, जिससे स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन की उपलब्धता, ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार और किसानों को जैविक खाद मिल सके। इससे स्वच्छ ऊर्जा के साथ-साथ पर्यावरण और किसानों दोनों को लाभ होता है।
GST में राहत से निवेश को बढ़ावा
IBA ने बताया कि हाल ही में GST में छूट मिलने से CBG प्रोजेक्ट्स की लागत में कमी आएगी। GST दर में 7% तक की कमी का अनुमान है, जिससे प्रोजेक्ट्स अधिक व्यवहार्य बनेंगे। इसका सीधा प्रभाव निवेश पर पड़ेगा और भविष्य में 4-5% नए निवेश में वृद्धि की संभावना है। IBA के चेयरमैन गौरव केडिया ने कहा कि 2026 तक CBG क्षेत्र का मूल्य 3-4 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है और 2030 तक यह लगभग 5 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।
भारत का सबसे बड़ा बायोगैस नेटवर्क
IBA देश की पहली और सबसे बड़ी राष्ट्रीय बायोगैस एसोसिएशन है, जिसमें तकनीकी प्रदाता, प्लांट डेवलपर, ऑपरेटर, नीति विशेषज्ञ, वैज्ञानिक और शोधकर्ता शामिल हैं। भारत में स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में उठाए गए कदम एक स्थायी भविष्य की ओर संकेत करते हैं। यदि निवेश और नीतिगत समर्थन इसी तरह जारी रहा, तो बायोगैस देश के ऊर्जा बाजार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
