भारत में जाति जनगणना: 2027 में होगी प्रक्रिया की शुरुआत

भारत में जाति जनगणना की घोषणा
भारत जाति जनगणना: लंबे समय से जनगणना की प्रतीक्षा अब समाप्त हो गई है। गृह मंत्रालय ने सोमवार को जनगणना अधिनियम, 1948 के तहत आधिकारिक गैजेट नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके अनुसार, देश की अगली जनगणना 2027 में आयोजित की जाएगी। आइए जानते हैं इस प्रक्रिया के तरीके और व्यवस्थाओं के बारे में।
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जनगणना की प्रक्रिया के चरण
दो चरणों में होगी जनगणना
गृह मंत्रालय के अनुसार, जनगणना दो चरणों में संपन्न होगी।
हाउस लिस्टिंग ऑपरेशन (HLO): पहले चरण में हर घर की स्थिति, उपलब्ध सुविधाएं और संपत्तियों की जानकारी एकत्र की जाएगी।
पॉपुलेशन एन्यूमरेशन (PE): दूसरे चरण में प्रत्येक व्यक्ति से संबंधित जनसांख्यिकी, सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक जानकारी जुटाई जाएगी।
कार्मिकों की तैनाती
34 लाख से अधिक कार्मिक होंगे तैनात
सरकार ने बताया कि जनगणना के लिए लगभग 34 लाख गणनाकर्ता और 1.3 लाख जनगणना अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
जातिगत आंकड़ों का संग्रह
जातिगत गणना पहली बार होगी शामिल
यह भारत की 16वीं जनगणना होगी और स्वतंत्रता के बाद की आठवीं। इस बार पहली बार जाति आधारित आंकड़े भी एकत्र किए जाएंगे, जो सामाजिक कल्याण योजनाओं के बेहतर लक्ष्य निर्धारण में सहायक होंगे।
गृह मंत्री की समीक्षा बैठक
गृह मंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा
15 जून 2025 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की। इस बैठक में गृह सचिव गोविंद मोहन, भारत के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त मृितंजय कुमार नारायण सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि डेटा संग्रहण, प्रसारण और भंडारण के दौरान कड़े सुरक्षा मानकों का पालन किया जाएगा, ताकि नागरिकों की निजी जानकारी सुरक्षित रहे।