भारत में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि, स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से वृद्धि हो रही है, खासकर केरल और महाराष्ट्र में। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मामलों की संख्या 4,000 से अधिक हो गई है। पिछले 24 घंटों में पांच मरीजों की मौत की सूचना मिली है। मंत्रालय ने स्थिति की गंभीरता को कम बताया है और अधिकतर मरीजों का इलाज घर पर ही हो रहा है। नए वायरस स्वरूपों की पहचान भी की गई है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। जानें पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में।
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भारत में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि, स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट

कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ दिनों से लगातार मामलों की संख्या में इजाफा देखा गया है। कोविड-19 के सबसे अधिक मामले केरल और महाराष्ट्र में सामने आए हैं, जहां कुछ मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच गए हैं। इस वायरस के कारण लगभग 37 लोगों की जान चली गई है। हालिया आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड-19 के उपचाराधीन मामलों की संख्या 4,000 से अधिक हो गई है, जिसमें केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी की गई। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल के बाद महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली भी कोविड-19 से प्रभावित राज्यों में शामिल हैं।


उपचाराधीन मामलों की संख्या में वृद्धि

पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,026 दर्ज की गई है, और संक्रमण से पांच मरीजों की मौत की सूचना मिली है। इस साल जनवरी से अब तक कोविड-19 से 37 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। 22 मई को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 257 थी, जो 31 मई तक बढ़कर 3,395 हो गई और अब यह संख्या 4,026 हो गई है।


कोविड-19 की स्थिति पर नजर

वर्तमान में केरल में 1,446 उपचाराधीन मरीज हैं, जो देश में सबसे अधिक हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 494, गुजरात में 397 और दिल्ली में 393 मरीज हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एक-एक मरीज की मौत हुई है, जबकि महाराष्ट्र में दो मरीजों की मृत्यु हुई है। आधिकारिक सूत्रों ने 31 मई को बताया था कि भारत में कोविड-19 की स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि संक्रमण की गंभीरता कम है और अधिकांश मरीज घर पर ही इलाज करा रहे हैं, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है।


वायरस के नए स्वरूपों की पहचान

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने सोमवार को बताया कि पश्चिम और दक्षिण भारत में वायरस के नमूनों के जीनोम अनुक्रमण से पता चला है कि वर्तमान में मामलों में वृद्धि का कारण गंभीर नहीं है और यह ओमीक्रोन का नया स्वरूप है। उन्होंने बताया कि वायरस के चार नए स्वरूपों का पता चला है: एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी.1.8.1, जो सभी ओमीक्रोन स्वरूप से उत्पन्न हुए हैं। डॉ. बहल ने कहा, "हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। इस समय हमें सतर्क रहना चाहिए, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है।"