भारत में उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: मतदान प्रक्रिया और महत्वपूर्ण जानकारी

भारत में उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 की प्रक्रिया को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। मतदान 9 सितंबर को संसद भवन में होगा, जिसमें 782 सांसद भाग लेंगे। एनडीए के सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला होगा। जानें मतदान का समय, प्रक्रिया और बहुमत का आंकड़ा क्या होगा।
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भारत में उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: मतदान प्रक्रिया और महत्वपूर्ण जानकारी

मतदाता संख्या और मतदान की प्रक्रिया

भारत की संसद में 239 राज्यसभा और 542 लोकसभा सांसद मतदान के लिए योग्य हैं। हालांकि, समाचार रिपोर्टों के अनुसार, पूर्व ओडिशा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल और पूर्व तेलंगाना मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति मतदान से दूर रहेंगी। इस प्रकार, मतदान करने वाले सांसदों की कुल संख्या 770 रह जाएगी, जबकि बहुमत का आंकड़ा 386 है। एनडीए के पास 427 सांसद हैं। अब, संसद में मतदान की प्रक्रिया कैसे होगी?


मतदान का समय और स्थान

उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर, मंगलवार को संसद भवन परिसर में आयोजित किया जाएगा। मतदान सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक होगा, जिसके बाद शाम 6:00 बजे मतगणना की जाएगी। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य पूरे दिन अपने निर्धारित समय में मतदान करेंगे। परिणामों की गणना और घोषणा रिटर्निंग ऑफिसर की देखरेख में की जाएगी।


राधाकृष्णन बनाम रेड्डी

यह चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्षी INDIA ब्लॉक द्वारा समर्थित न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला होगा। चुनाव का परिणाम दोनों सदनों के सांसदों के वोटों से तय होगा। मतदान प्रक्रिया में अनुपातिक प्रतिनिधित्व का उपयोग किया जाएगा और एकल स्थानांतरणीय वोट प्रणाली का पालन किया जाएगा।


मतदान प्रक्रिया और संसद में बहुमत

उपराष्ट्रपति का चुनाव भारतीय संविधान के अनुच्छेद 66 के अनुसार होता है, जिसमें केवल लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मतदान करते हैं। प्रत्येक सांसद गुप्त मतदान करता है और उम्मीदवारों को प्राथमिकता के अनुसार रैंक करता है ताकि उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके। एनडीए और उसके सहयोगियों के पास 423 सांसद हैं (293 लोकसभा से और 130 राज्यसभा से), जो सीपी राधाकृष्णन को मजबूत बढ़त देते हैं। विपक्षी INDIA ब्लॉक बी. सुदर्शन रेड्डी का समर्थन करता है, लेकिन इसकी विविध संरचना के कारण पर्याप्त वोट जुटाना कठिन है। चुनाव में एकल स्थानांतरणीय वोट प्रणाली का उपयोग किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक सांसद उम्मीदवारों को रैंक करता है, और वोटों को पुनर्वितरित किया जाता है जब तक कि कोई उम्मीदवार आवश्यक बहुमत प्राप्त नहीं कर लेता। इस वर्ष, लगभग 782 सांसद (543 लोकसभा, 233 निर्वाचित और 12 नामांकित राज्यसभा सदस्य) भाग लेंगे, जिससे हर वोट महत्वपूर्ण हो जाता है। पूरी प्रक्रिया को 1974 के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव नियमों के तहत नियम 8 के तहत बारीकी से निगरानी की जाएगी, जो पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करती है।