भारत में ई-पासपोर्ट सेवा 2.0 का शुभारंभ: जानें इसके लाभ

ई-पासपोर्ट सेवा 2.0 का परिचय
विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और तेज बनाने के लिए पासपोर्ट सेवा 2.0 कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस पहल के तहत, अब पूरे देश में ई-पासपोर्ट जारी किए जाएंगे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को 13वें पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर इस कार्यक्रम की घोषणा की।
सेवा की प्रतिबद्धता
जयशंकर ने सोशल मीडिया पर बताया कि मंत्रालय पासपोर्ट सेवाओं की समयबद्धता, पारदर्शिता और सुलभता को और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह मंत्रालय लोगों की यात्रा को सुगम बनाने और वैश्विक कार्यस्थल तक उनकी पहुंच को बढ़ाने के लिए कार्यरत है।
ई-पासपोर्ट की विशेषताएँ
नया सिस्टम बेहतर दक्षता और पारदर्शिता प्रदान करेगा। ई-पासपोर्ट में कॉन्टैक्टलेस चिप तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे इमिग्रेशन प्रक्रिया तेज और सुरक्षित होगी। यह सेवा विदेशों में भारतीय मिशनों तक भी विस्तारित की जाएगी।
ई-पासपोर्ट क्या है?
ई-पासपोर्ट वास्तव में पेपर और इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट का संयोजन है, जिसमें RFID चिप और पासपोर्ट धारक की व्यक्तिगत और बायोमेट्रिक जानकारी होती है। इसे पासपोर्ट के कवर के नीचे एक सुनहरे प्रतीक के रूप में देखा जा सकता है।
PSP 2.0 का उद्देश्य
PSP 2.0, यानी पासपोर्ट सेवा 2.0, एक ई-गवर्नेंस कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को पासपोर्ट सेवाओं की डिलीवरी में अभूतपूर्व बदलाव लाना है। इसका फोकस समयबद्ध, पारदर्शी और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के माध्यम से नागरिकों को आरामदायक वातावरण में सेवा प्रदान करना है।
mPassport पुलिस ऐप
mPassport पुलिस ऐप विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक मोबाइल एप्लिकेशन है, जिसका उद्देश्य पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया को व्यवस्थित और सरल बनाना है। यह पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को तेज करने में मदद करता है।
आपको क्या लाभ होगा?
विदेश मंत्रालय के पासपोर्ट पोर्टल के अनुसार, पासपोर्ट सेवा 2.0 और ई-पासपोर्ट पहल से आम लोगों के लिए पासपोर्ट सेवाएं और अंतरराष्ट्रीय यात्रा का अनुभव बेहतर होगा। यह डिजिटल इकोसिस्टम एआई संचालित है, जिससे पासपोर्ट एप्लिकेशन को तेजी से प्रोसेस किया जा रहा है।