भारत-पाकिस्तान सैन्य वार्ता: शांगरी-ला डायलॉग में तनाव पर चर्चा

भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग के दौरान तनाव पर चर्चा की। भारतीय जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए आतंकवाद के खिलाफ एक नई नीति की बात की। वहीं, पाकिस्तान के जनरल मिर्जा ने चेतावनी दी कि भविष्य में संघर्ष की स्थिति गंभीर हो सकती है। जानें दोनों देशों के दृष्टिकोण और सैन्य क्षमताओं के बारे में।
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भारत-पाकिस्तान सैन्य वार्ता: शांगरी-ला डायलॉग में तनाव पर चर्चा

सैन्य अधिकारियों की बैठक

पिछले महीने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष के चलते बढ़े तनाव के बीच, दोनों देशों के प्रमुख सैन्य अधिकारियों ने सिंगापुर में आयोजित 'शांगरी-ला डायलॉग' में अपने विचार साझा किए।


'शांगरी-ला डायलॉग' को एशिया का एक प्रमुख रक्षा मंच माना जाता है।


एक मीडिया चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, इस वैश्विक रक्षा मंच की बैठक में दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे तनाव पर ध्यान केंद्रित किया गया।


भारत का दृष्टिकोण

भारत ने अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक घातक हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार ठहराया, जबकि पाकिस्तान ने इस मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया।


भारतीय सशस्त्र बलों के प्रमुख जनरल अनिल चौहान ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक नई लक्ष्मण रेखा खींची है।


उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि यह विशेष ऑपरेशन हमारे विरोधियों के लिए एक सबक बनेगा। हम इस छद्म युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं।'


ऑपरेशन सिंदूर का विवरण

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में, भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचों को नष्ट किया गया।


इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, और इसके बाद की सभी जवाबी कार्रवाई इसी ऑपरेशन के तहत की गई।


पाकिस्तान का दृष्टिकोण

पाकिस्तान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में संघर्ष हुआ, तो स्थिति गंभीर हो सकती है।


उन्होंने कहा, 'अगर अगली बार ऐसा संघर्ष हुआ और शहरों को निशाना बनाया गया, तो स्थिति खतरनाक हो सकती है।'


पाकिस्तान ने भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की आवश्यकता की बात की है।


दोनों देशों की सैन्य क्षमताएं

जनरल चौहान ने कहा कि भारत अपनी रक्षा जरूरतों के लिए किसी एक देश पर निर्भर नहीं है और विभिन्न क्षमताओं का उपयोग कर रहा है।


वहीं, जनरल मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तान के पास विभिन्न देशों के सैन्य हथियार हैं, जिनमें अमेरिका, तुर्की, इटली और ब्रिटेन के हथियार शामिल हैं।


परमाणु हथियारों पर चर्चा

दोनों देशों ने इस बात पर जोर दिया कि परमाणु हथियारों के उपयोग पर कभी चर्चा नहीं हुई।


जनरल मिर्जा ने उन रिपोर्टों को खारिज किया जिनमें कहा गया था कि पाकिस्तान ने राष्ट्रीय कमान प्राधिकरण की बैठक बुलाई थी।