भारत-पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी

भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर सुरक्षा बलों की निगरानी अत्यंत कड़ी है। हाल ही में पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत गुजरात की ओर ड्रोन और मिसाइलें भेजी थीं, लेकिन भारतीय बलों ने सभी हमलों को विफल कर दिया। बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि उनकी रणनीतियों में सुधार के लिए सभी पहलुओं का विश्लेषण किया जा रहा है। जानिए इस ऑपरेशन के दौरान क्या हुआ और आतंकवादी हमले की जानकारी भी।
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भारत-पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी

सुरक्षा बलों की तत्परता

भारत और पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र में भारतीय सुरक्षा बल हमेशा तैनात रहते हैं। उनकी निगरानी इतनी सख्त होती है कि दुश्मन देश की हर चाल को विफल कर देते हैं। हाल ही में, पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत गुजरात की दिशा में मिसाइलें और 200 ड्रोन भेजे थे, लेकिन भारतीय बलों ने किसी भी सैन्य या नागरिक नुकसान को रोकने में सफलता पाई। यह जानकारी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को दी।


बीएसएफ की रणनीति

बीएसएफ के गुजरात फ्रंटियर के महानिरीक्षक अभिषेक पाठक ने बताया कि पाकिस्तान ने सीमा पर टैंक और भारी तोपें भी तैनात की थीं। उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए सभी पहलुओं का विश्लेषण किया जा रहा है। बीएसएफ राजस्थान के बाड़मेर से लेकर गुजरात के कच्छ जिले तक भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा करता है।


ऑपरेशन सिंदूर का विवरण

पाठक ने गांधीनगर में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने राजस्थान से कच्छ तक लगभग 600 ड्रोन भेजे, जिनमें से 200 ड्रोन गुजरात में प्रवेश कर गए। हालांकि, भारतीय थलसेना और वायु सेना की सहायता से इन हमलों को विफल कर दिया गया। न तो हमारे बलों को और न ही नागरिकों को कोई नुकसान हुआ, और कुछ ड्रोन को मार गिराया गया।


आतंकवादी हमले की जानकारी

2025 में पहलगाम के पास एक आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी। इस हमले में पांच सशस्त्र आतंकवादियों ने मुख्य रूप से हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया, लेकिन एक ईसाई पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम भी मारे गए।