भारत पर अमेरिकी टैरिफ: भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा पर भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। संजय जायसवाल ने इसे 1998 के परमाणु परीक्षणों के बाद अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से जोड़ा। पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने भी ट्रम्प के कदम की आलोचना की, यह कहते हुए कि भारत पर दबाव डालने की कोशिशें सफल नहीं होंगी। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है और ट्रम्प का व्यापार असंतुलन पर क्या बयान था।
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भारत पर अमेरिकी टैरिफ: भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया

अमेरिकी राष्ट्रपति का टैरिफ निर्णय

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता संजय जायसवाल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भारत के परमाणु परीक्षणों के बाद अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से जोड़ा। भाजपा नेता ने कहा कि भारत हमेशा अपने राष्ट्रीय हितों के लिए काम करता है और बाहरी दबावों की परवाह किए बिना ऐसा करता रहेगा।


भाजपा नेताओं की आलोचना

जायसवाल ने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी ने परमाणु परीक्षण किए थे, तब अमेरिका ने भी इसी तरह की कार्रवाई की थी। इसके बाद भारत को वैश्विक समर्थन मिला, जिससे डॉलर का मूल्य गिर गया। उन्होंने कहा कि किसी तीसरे देश को भारत के अन्य देशों के साथ संबंधों पर टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है। हम सभी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहते हैं।


पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने भी ट्रम्प के कदम की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारत, जो 140 करोड़ की आबादी वाला सबसे बड़ा लोकतंत्र है, पर दबाव डालने की कोशिशें सफल नहीं होंगी। भट्टाचार्य ने कहा कि अमेरिका ने पहले भारत पर प्रतिबंध लगाए थे, लेकिन बाद में उन्हें हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा।


ट्रम्प का व्यापार असंतुलन पर बयान

बुधवार को, ट्रम्प ने व्यापार असंतुलन और भारत के रूस के साथ रक्षा एवं ऊर्जा संबंधों का हवाला देते हुए यह घोषणा की थी। उन्होंने कहा, "भारत हमारा मित्र है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में हमारे बीच व्यापार कम हुआ है क्योंकि उनके टैरिफ बहुत अधिक हैं।"