भारत-नेपाल सीमा पर तनाव: जेल से भागे कैदियों के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई

नेपाल में जेल से भागे कैदियों की घटनाओं के चलते भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। बिहार के सीतामढ़ी में 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुख्य सचिव ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे सीमा पर कड़ी निगरानी रखें। इस स्थिति को देखते हुए, बिहार सरकार ने सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया। जानें इस मुद्दे पर और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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भारत-नेपाल सीमा पर तनाव: जेल से भागे कैदियों के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई

सीमा पर बढ़ता तनाव

नेपाल में राजनीतिक और सामाजिक अशांति के चलते जेल से कैदियों के भागने की घटनाओं ने भारत-नेपाल सीमा पर तनाव को बढ़ा दिया है। बिहार के सीतामढ़ी जिले, जो नेपाल की सीमा से सटा हुआ है, में जलेश्वर जेल से भागे कैदियों द्वारा भारत में घुसने की कोशिश के बाद कम से कम 21 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और स्थानीय पुलिस ने पड़ोसी जिलों में सतर्कता बढ़ा दी है।


सुरक्षा उपायों की समीक्षा

सीतामढ़ी के पुलिस अधीक्षक अमित रंजन ने बताया कि नेपाल के जलेश्वर में हुई जेल तोड़ने की घटना के बाद सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है। सभी पुलिस थाने सतर्क हैं और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सीतामढ़ी में बसों और वाहनों की जांच की जा रही है। हाल ही में 'Zen Z' द्वारा किए गए आंदोलनों और जेल से भागने की घटनाओं के मद्देनजर, बिहार सरकार ने सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए तात्कालिक कदम उठाए हैं। 10 सितंबर, 2025 को बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें नेपाल की सीमा से सटे सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और जिलाधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।


मुख्य सचिव के निर्देश

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य नेपाल में हाल की घटनाओं से उत्पन्न संभावित चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करना था। मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से सीमा पार से बिहार में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया। किसी भी व्यक्ति को गहन जांच के बिना सीमा में प्रवेश न करने देने का सख्त आदेश दिया गया है।


महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा

मुख्य सचिव ने राज्य के महत्वपूर्ण संस्थानों और बुनियादी ढांचे जैसे पुल, रेलवे स्टेशन, और पावर प्लांट पर भी कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। बैठक के दौरान, प्रत्यय अमृत ने अधिकारियों को आश्वस्त किया कि किसी भी आपात स्थिति या अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होने पर वे सीधे उनसे या पुलिस महानिदेशक (DGP) से संपर्क कर सकते हैं। यह निर्देश अधिकारियों को त्वरित निर्णय लेने और किसी भी परिस्थिति में देरी से बचने में मदद करेगा।