भारत ने पाकिस्तान के विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद करने की अवधि बढ़ाई

भारत ने पाकिस्तान में पंजीकृत विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने की अवधि को 23 सितंबर 2025 तक बढ़ा दिया है। यह निर्णय नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच बढ़ते तनाव के बीच लिया गया है। विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम भारत की सुरक्षा रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पहले भी ऐसे प्रतिबंध लगाए गए थे, जो आतंकवादी गतिविधियों के जवाब में उठाए गए थे। जानें इस निर्णय के पीछे की पूरी कहानी और इसके संभावित प्रभाव।
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भारत ने पाकिस्तान के विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद करने की अवधि बढ़ाई

भारत का हवाई क्षेत्र बंद करने का निर्णय

भारत ने एक बार फिर से पाकिस्तान में पंजीकृत विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने की अवधि को बढ़ा दिया है। इसमें पाकिस्तानी एयरलाइनों या ऑपरेटरों द्वारा संचालित, स्वामित्व वाले या पट्टे पर लिए गए विमान शामिल हैं। नवीनतम नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) के अनुसार, यह विस्तार सैन्य उड़ानों पर भी लागू होता है।


प्रतिबंध की नई समयसीमा

ये प्रतिबंध अब 23 सितंबर 2025 तक प्रभावी रहेंगे, जो भारतीय अधिकारियों द्वारा समय-समय पर बढ़ाए गए प्रतिबंध की निरंतरता को दर्शाता है। यह कदम पाकिस्तानी वाणिज्यिक और सैन्य विमानों को भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश से रोकता है।


भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव

यह निर्णय नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच बढ़ते तनाव के बीच लिया गया है। विश्लेषकों का मानना है कि विस्तारित NOTAM भारत की सुरक्षा रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो पाकिस्तानी विमानों के लिए उड़ान अनुमतियों पर बढ़ी हुई सतर्कता को दर्शाता है।


पिछले प्रतिबंधों का संदर्भ

केंद्र ने पहले भी पाकिस्तानी नागरिक और सैन्य विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने वाले NOTAM को 23 अगस्त तक बढ़ा दिया था। केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने इस विस्तार को मौजूदा सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुरूप बताया।


पहलगाम हमले के बाद के उपाय

ये प्रतिबंध पहली बार 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद लागू किए गए थे, जिसमें एक विदेशी नागरिक सहित 26 लोग मारे गए थे। इसके जवाब में, भारत ने पाकिस्तान के भीतर आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और कई दंडात्मक उपायों की घोषणा की।