भारत ने जून में रूस से कच्चे तेल का रिकॉर्ड आयात किया

जून 2023 में, भारत ने रूस से कच्चे तेल का रिकॉर्ड आयात किया, जो पिछले 11 महीनों में सबसे अधिक है। इस लेख में, हम जानेंगे कि कैसे इसराइल-ईरान युद्ध ने भारतीय रिफाइनरियों को प्रभावित किया और रूस का भारत के तेल आयात में बढ़ता महत्व क्या है। इसके अलावा, अन्य प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं के बारे में भी जानकारी मिलेगी।
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भारत ने जून में रूस से कच्चे तेल का रिकॉर्ड आयात किया

भारत का तेल आयात

जून 2023 में, भारत ने रूस से 11 महीने में सबसे अधिक कच्चा तेल खरीदा। इसराइल-ईरान संघर्ष के चलते भारतीय रिफाइनरियों ने अपने तेल भंडार को बढ़ाने का निर्णय लिया। केपलर द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत ने इस महीने रूस से प्रतिदिन 20.8 लाख बैरल कच्चा तेल आयात किया, जो जुलाई 2024 के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है.


आयात में बदलाव

हालांकि, भारत के कुल कच्चे तेल के आयात में जून में 6 प्रतिशत की कमी आई, लेकिन रूस से आयात में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। भारत की तीन प्रमुख रिफाइनरियों ने रूस से आधे से अधिक तेल खरीदा, जो पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधनों का उत्पादन करती हैं और इन्हें G7+ देशों को निर्यात करती हैं। भारत अपनी आवश्यकताओं का 85 प्रतिशत से अधिक कच्चा तेल आयात करता है। पहले मध्य पूर्व भारत का मुख्य स्रोत था, लेकिन पिछले तीन वर्षों से रूस सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया है.


रूस का बढ़ता महत्व

फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद, पश्चिमी देशों ने रूसी तेल की खरीद में कमी की। रूस ने तब सस्ते दामों पर तेल बेचना शुरू किया, जिसका लाभ भारतीय रिफाइनरियों ने उठाया। वर्तमान में, रूस भारत के तेल आयात का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा प्रदान करता है.


अन्य आपूर्तिकर्ता

जून में, भारत ने इराक से प्रतिदिन 8.93 लाख बैरल तेल आयात किया, जो कि दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है, लेकिन इसमें 17.2 प्रतिशत की कमी आई। सऊदी अरब से 5.81 लाख बैरल और संयुक्त अरब अमीरात से 4.9 लाख बैरल तेल आया। अमेरिका पांचवां सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता रहा, जिससे 3.03 लाख बैरल तेल आयात हुआ.


आयात का वितरण

CREA के आंकड़ों के अनुसार, जून में रूस के कुल तेल निर्यात का 47 प्रतिशत चीन ने, 38 प्रतिशत भारत ने, 6 प्रतिशत यूरोपीय संघ ने और 6 प्रतिशत तुर्की ने खरीदा। भारत ने रूस से 4.5 अरब यूरो के जीवाश्म ईंधन आयात किए, जिनमें 80 प्रतिशत कच्चा तेल था.


भविष्य की संभावनाएँ

S&P ग्लोबल कमोडिटी इनसाइट्स के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में भारत ने अमेरिका से 2.71 लाख बैरल प्रतिदिन तेल आयात किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 51 प्रतिशत अधिक है। ब्राजील से आयात 80 प्रतिशत बढ़कर 73,000 बैरल प्रतिदिन हुआ। फिर भी, रूस 16.7 लाख बैरल प्रतिदिन के साथ भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बना हुआ है.


आयात का सारांश

देश Import volume (बैरल प्रति दिन) बाजार हिस्सेदारी (%)
रूस 20,80,000 40.0
इराक 8,93,000 18.5
सऊदी अरब 5,81,000 12.1
संयुक्त अरब अमीरात 4,90,000 10.2
संयुक्त राज्य अमेरिका 3,03,000 6.3
ब्राजील 73,000 (जनवरी-जून 2025 औसत)