भारत को विश्व गुरु बनाने का सपना: नितिन गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर भारत को विश्व गुरु बनाने के सपने का जिक्र किया। उन्होंने लॉजिस्टिक्स लागत में कमी, सड़क निर्माण और निर्यात बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला। गडकरी ने कहा कि भारत का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के स्तर तक पहुंचने वाला है। जानें, उनके द्वारा बताए गए विकास योजनाओं के बारे में और कैसे ये भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे।
Jun 9, 2025, 16:17 IST
|

मोदी सरकार के 11 साल: नितिन गडकरी का बयान
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि भारत को विश्व गुरु बनाया जाए, इसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में तब्दील किया जाए। इसके लिए निर्यात में वृद्धि आवश्यक है, जिससे कृषि, सेवा और औद्योगिक क्षेत्रों में विकास संभव होगा। उन्होंने बताया कि देश की लॉजिस्टिक्स लागत 16% है, जबकि चीन की 8% और अमेरिका तथा अन्य यूरोपीय देशों की 12% है।
गडकरी ने यह भी कहा कि हाल ही में विकसित सड़कों के कारण लॉजिस्टिक्स लागत में 6% की कमी आई है और अगले वर्ष तक इसे 9% तक लाने का लक्ष्य है। इससे निर्यात में वृद्धि होगी, जिससे भारत और अधिक प्रतिस्पर्धी बनेगा और विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि हम 25 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण कर रहे हैं, 3,000 किलोमीटर से अधिक हाईवे पोर्ट कनेक्टिविटी के लिए बनाए जा रहे हैं, और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा, बुद्ध सर्किट के लिए 22,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। जब लोग दक्षिण एशिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, चीन, सिंगापुर और जापान से भगवान गौतम बुद्ध की जन्मस्थली पर आते हैं, तो वे कई स्थानों पर जाना चाहते हैं, जिससे पर्यटन में वृद्धि हो रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि चार धाम यात्रा के ट्रैफिक में तीन गुना वृद्धि हुई है। अब हम केदारनाथ तक रोपवे का निर्माण कर रहे हैं, जो 12,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। उन्होंने बताया कि मनाली से रोहतांग दर्रे तक पहुंचने में अब केवल 8 मिनट लगेंगे, जबकि पहले यह 3.5 घंटे का समय लेता था। हम श्रीनगर से जम्मू के बीच 36 सुरंगें बना रहे हैं, जिनमें से 23 पूरी हो चुकी हैं। दिल्ली से चेन्नई की दूरी भी कम हो गई है, जिससे कश्मीर से कन्याकुमारी जाने का सपना पूरा हो रहा है।
गडकरी ने कहा कि दिल्ली में कई राजमार्गों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे यात्रा का समय कम होगा। उदाहरण के लिए, दिल्ली से देहरादून 2 घंटे, अमृतसर 3.5-4 घंटे, कटरा 6 घंटे, श्रीनगर 8 घंटे, जयपुर 2 घंटे, चेन्नई से बेंगलुरु 2 घंटे, बेंगलुरु से मैसूर 1 घंटे और मेरठ से दिल्ली 50 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। हम उत्तराखंड में केदारनाथ और हेमकुंड के लिए रोपवे का निर्माण कर रहे हैं और दिल्ली में ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्याओं से निपटने के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये की लागत से सड़कें बना रहे हैं।
गडकरी ने कहा कि पाइपलाइन में जो प्रोजेक्ट हैं, वे इतनी तेजी से चल रहे हैं कि दो साल के अंदर हमारा रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका जैसा हो जाएगा। उन्होंने बिहार और उत्तर प्रदेश की सड़कों का उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका से आए कुछ लोगों ने मुझसे कहा कि मैं गलत कह रहा हूं, लेकिन आज भारत का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका से बेहतर है।