भारत के चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस 17 अगस्त को

भारत के चुनाव आयोग ने 17 अगस्त 2025 को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की योजना बनाई है। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस विशेष गहन संशोधन (SIR) के बाद पहली बार होगी। आयोग ने बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची के संशोधन की प्रक्रिया शुरू की है, जिसका उद्देश्य हर योग्य नागरिक का नाम शामिल करना है। इस प्रक्रिया के तहत घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी एकत्र की जाएगी। जानें इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के पीछे की पूरी कहानी और इसके महत्व के बारे में।
 | 
भारत के चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस 17 अगस्त को

चुनाव आयोग की महत्वपूर्ण घोषणा

भारत के चुनाव आयोग ने 17 अगस्त 2025 को दोपहर 3 बजे नई दिल्ली के राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की पुष्टि की है। यह चुनाव आयोग की विशेष गहन संशोधन (SIR) के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी।



चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के मतदाता सूची का विशेष गहन संशोधन (SIR) शुरू किया है, जो चुनावों से चार महीने पहले शुरू हुआ है। इस निर्णय पर उठे सवाल अब संसद के मानसून सत्र में चर्चा का विषय बन गए हैं।


SIR अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि "हर योग्य नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल किया जाए और किसी अयोग्य व्यक्ति का नाम न हो।" नोटिफिकेशन में यह भी स्पष्ट किया गया है कि नई मतदाता सूची तब तक जारी नहीं की जाएगी जब तक सभी दावे और आपत्तियाँ हल नहीं हो जातीं।


चुनाव आयोग ने इस प्रक्रिया के पहले चरण को पूरा कर लिया है। मतों की गिनती से संबंधित यह कार्य 1 जुलाई से शुरू हुआ। अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी।


व्यापक संशोधन की प्रक्रिया में नए मतदाता सूची के लिए घर-घर जाकर गणना की जाती है। इस दौरान गणक हर घर का दौरा करते हैं और एक विशेष तिथि पर योग्य मतदाताओं के विवरण को रिकॉर्ड करते हैं, बिना मौजूदा सूची को देखे।


यह प्रक्रिया तब लागू की जाती है जब चुनाव आयोग को लगता है कि वर्तमान मतदाता सूचियाँ गंभीर रूप से दोषपूर्ण हैं या उन्हें पूरी तरह से पुनर्निर्माण की आवश्यकता है। यह अभ्यास आमतौर पर एक बड़े चुनाव से पहले या निर्वाचन क्षेत्रों की पुनः सीमांकन जैसी प्रशासनिक प्रक्रियाओं के बाद किया जाता है।