भारत के गगनयात्री शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा का समापन

भारत के गगनयात्री, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, अपनी तीन हफ्तों की अंतरिक्ष यात्रा के बाद पृथ्वी पर लौटने की तैयारी कर रहे हैं। एक्सिओम-4 मिशन के तहत उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 18 दिन बिताए। इस यात्रा के बाद, उन्हें अपने अनुभवों को भारत के गगनयान कार्यक्रम में लागू करना होगा, जिसका लक्ष्य 2040 तक एक भारतीय को चंद्रमा पर भेजना है। जानें इस यात्रा के बारे में और क्या चुनौतियाँ उनका इंतज़ार कर रही हैं।
 | 
भारत के गगनयात्री शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा का समापन

गगनयात्री की वापसी यात्रा

21वीं सदी में भारतीयों की अंतरिक्ष यात्रा का एक नया अध्याय समाप्त हो रहा है। भारत के गगनयात्री, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, लगभग तीन हफ्तों की अंतरिक्ष यात्रा के बाद, पृथ्वी पर लौटने के लिए अपनी तैयारी कर रहे हैं। एक्सिओम-4 मिशन, जिसे मिशन आकाश गंगा भी कहा जाता है, भारत की अंतरिक्ष यात्रा का पहला चरण है, लेकिन अब असली चुनौती शुरू होगी। जब शुक्ला वापस आएंगे, तो उन्हें अपने अनुभवों को भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान में लागू करना होगा। भारत ने इस कार्यक्रम के लिए लगभग 33,000 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिसका उद्देश्य 2040 तक एक भारतीय को चंद्रमा पर भेजना है। 


एक्सिओम-4 मिशन की सफलता

इस मिशन का संचालन करने वाली ह्यूस्टन स्थित निजी कंपनी, एक्सिओम स्पेस ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 18 दिन बिताने के बाद, एक्सिओम-4 का चालक दल अपनी वापसी यात्रा की तैयारी कर रहा है। शुक्ला ने भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के प्रसिद्ध शब्दों को दोहराते हुए कहा, 'आज भी भारत ऊपर से सारे जहां से अच्छा दिखता है।' उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर विदाई समारोह में यह बात कही। शुक्ला ने कहा कि आईएसएस पर आना उनके लिए एक जादुई अनुभव रहा है और वे अपने साथ कई यादें और सीख लेकर जा रहे हैं। 


विज्ञान प्रयोगों का समापन

शुक्ला और 'एक्सिओम-4' मिशन के अन्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों की विदाई का समय आ गया है। वे सोमवार को पृथ्वी के लिए अपनी वापसी यात्रा शुरू करेंगे। शुभांशु शुक्ला के साथ कमांडर पैगी व्हिटसन, पोलैंड एवं हंगरी के मिशन विशेषज्ञ स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और टिबोर कापू भी शामिल हैं, जो 26 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे।