भारत के ऑपरेशन सिंदूर पर CDS अनिल चौहान की महत्वपूर्ण टिप्पणी

भारत की सैन्य रणनीति पर CDS का दृष्टिकोण
भारतीय सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को एक विशेष व्याख्यान में कहा कि भारत को असफलताओं पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ चल रहे 'ऑपरेशन सिंदूर' की सराहना की। पुणे में 'भविष्य के युद्ध और युद्ध' विषय पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि किसी भी सैन्य कार्रवाई का परिणाम अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
जब जनरल चौहान से नुकसान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि यह महत्वपूर्ण नहीं है। उन्होंने कहा, 'परिणाम और आपकी कार्रवाई का तरीका महत्वपूर्ण है। नुकसान पर चर्चा करना उचित नहीं होगा।'
उन्होंने एक क्रिकेट टेस्ट मैच का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि कोई टीम एक पारी से हार जाती है, तो यह मायने नहीं रखता कि कितने विकेट गिरे या कितनी गेंदें फेंकी गईं। तकनीकी आंकड़ों के आधार पर, हम विशेष डेटा साझा करेंगे, जिसमें यह बताया जाएगा कि हमने कितने विमान और रडार नष्ट किए।
अनिल चौहान ने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है और यह एक अस्थायी विराम है। हमें सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि हम लंबे समय तक संघर्ष में नहीं पड़ना चाहते थे और ऑपरेशन प्रकरम के अनुभव से सीखा है।
उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने 10 मई को भारत को 48 घंटों में घुटनों पर लाने का प्रयास किया था, लेकिन यह संघर्ष केवल 8 घंटों में समाप्त हो गया।