भारत के अगले उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू, रामनाथ ठाकुर की चर्चा
भारत में उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन एनडीए गठबंधन ने अभी तक अपने उम्मीदवार का नाम नहीं बताया है। भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा और जदयू सांसद रामनाथ ठाकुर की मुलाकात ने राजनीतिक अटकलों को जन्म दिया है। रामनाथ ठाकुर, जो पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के पुत्र हैं, बिहार के वरिष्ठ नेता हैं और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं। उनके नामांकन की चर्चा कई रणनीतिक कारणों से हो रही है, जिसमें बिहार में विधानसभा चुनाव और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में उनकी पृष्ठभूमि शामिल है।
Jul 24, 2025, 12:34 IST
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उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया का आरंभ
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद, चुनाव आयोग ने भारत के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया को औपचारिक रूप से आरंभ कर दिया है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना पहले ही जारी की जा चुकी है। हालांकि, सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन ने अभी तक अपने उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है। इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की जदयू सांसद और केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर से मुलाकात ने नई राजनीतिक अटकलों को जन्म दिया है।
रामनाथ ठाकुर की भूमिका
हालांकि, जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री और जदयू सांसद रामनाथ ठाकुर ने स्पष्ट किया कि उपराष्ट्रपति पद पर कोई चर्चा नहीं हुई। यह एक समीक्षा बैठक थी जिसमें 11 सांसदों और चार मंत्रियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा, 'मैं अपनी पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता हूं, कोई वरिष्ठ नेता नहीं। मैं पार्टी के निर्देशों का पालन करता हूं।' आइए जानते हैं कि रामनाथ ठाकुर कौन हैं और उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में उनका नाम क्यों चर्चा में है।
रामनाथ ठाकुर का परिचय
रामनाथ ठाकुर बिहार के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के पुत्र हैं। उन्होंने पहली बार 2005 में बिहार मंत्रिमंडल में शामिल होकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में गन्ना मंत्री का पद संभाला। 2005 से 2010 तक, वे बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। वर्तमान में, रामनाथ ठाकुर जदयू से राज्यसभा सांसद हैं और केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। उनके पिता, महान नेता कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
राजनीतिक महत्व
ठाकुर का नाम कई रणनीतिक कारणों से चर्चा में है। वे बिहार से आते हैं, जहाँ इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य और केंद्र दोनों में भाजपा-जद(यू) गठबंधन के महत्वपूर्ण होने के कारण, ठाकुर का नामांकन जद(यू) के साथ संबंधों को मज़बूत करने का एक प्रतीकात्मक संकेत हो सकता है। अपनी साफ़-सुथरी छवि और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में पृष्ठभूमि के लिए जाने जाने वाले रामनाथ ठाकुर विपक्ष के लिए एक मुश्किल उम्मीदवार साबित हो सकते हैं। इसके अलावा, वे अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) समुदाय से आते हैं, जो बिहार में एक महत्वपूर्ण जनसांख्यिकी है, जिससे उनका नामांकन राजनीतिक रूप से फ़ायदेमंद साबित हो सकता है।