भारत की शीर्ष दानवीर महिला: रोहिणी नीलेकणी ने दान किए 204 करोड़ रुपये
भारत की सबसे बड़ी दानवीर महिला
नीता अंबानी से दानी महिला
हुरुन इंडिया ने हाल ही में एडेलगिव फाउंडेशन के सहयोग से 12वीं एडेलगिव हुरुन इंडिया दानदाता सूची 2025 का अनावरण किया है। इस सूची में उन धनवान व्यक्तियों का चयन किया जाता है, जो चैरिटी में सबसे अधिक योगदान देते हैं। इस रिपोर्ट का उद्देश्य यह समझना है कि अमीर लोग अपने धन का उपयोग कैसे कर रहे हैं और भारत के प्रमुख धन कमाने वालों की उपलब्धियों को उजागर करना है। इस वर्ष की सूची में, नीता अंबानी का नाम नहीं है, बल्कि रोहिणी नीलेकणी ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।
रोहिणी नीलेकणी ने इस वर्ष समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए 204 करोड़ रुपये का दान दिया है। पिछले पांच वर्षों में उनका कुल दान 763 करोड़ रुपये रहा है, जो उन्हें अन्य दानदाताओं से अलग बनाता है। वह फिलैंथ्रोपीज की अध्यक्ष हैं और एक नॉन-प्रॉफिट शैक्षिक मंच एकस्टेप की निदेशक भी हैं।
लैंगिक समानता, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन, न्याय और नागरिक समाज को सशक्त बनाने के लिए नीलेकणी की प्रतिबद्धता उल्लेखनीय है। आइए, उनके प्रारंभिक जीवन पर एक नज़र डालते हैं।
रोहिणी नीलेकणी का परिचय
रोहिणी का जन्म मुंबई के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उन्होंने एल्फिंस्टन कॉलेज से फ्रेंच साहित्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। पढ़ाई के बाद, उन्होंने बॉम्बे मैगजीन और संडे मैगजीन में पत्रकारिता की। इस दौरान, उन्होंने कई किताबें लिखीं और एक प्रसिद्ध लेखिका बन गईं। उनकी पहली किताब “स्टिलबॉर्न” एक मेडिकल थ्रिलर थी, जिसे पाठकों ने सराहा। वह केवल एक प्रमुख दानदाता नहीं हैं, बल्कि एक सम्मानित लेखिका भी हैं।
उनकी अन्य रचनाएँ
अनकॉमन ग्राउंड- जो उनके रिपोर्टिंग अनुभवों पर आधारित है.
द हंग्री लिटिल स्काई मॉन्स्टर- जो बच्चों के लिए एक किताब है.
