भारत की वैश्विक भूमिका: मोदी का आत्मविश्वास से भरा संदेश

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में भारत की वैश्विक भूमिका और आत्मविश्वास पर जोर दिया। उन्होंने आर्थिक वृद्धि के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत एक मजबूत स्तंभ बनकर उभर रहा है। साथ ही, उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत की पहचान और विकास की कहानी को साझा किया। जानें उनके विचार और भारत की भविष्य की दिशा के बारे में।
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भारत की वैश्विक भूमिका: मोदी का आत्मविश्वास से भरा संदेश

प्रधानमंत्री मोदी का आत्मविश्वास भरा बयान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में कहा कि वर्तमान समय में जब दुनिया अनिश्चितताओं से भरी हुई है, भारत एक अलग स्तर पर खड़ा है। उन्होंने बताया कि भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है; जब अन्य देश आर्थिक मंदी की बात कर रहे हैं, तब भारत विकास की नई कहानी लिख रहा है। मोदी ने कहा कि जब विश्व में विश्वास की कमी है, तब भारत भरोसे का प्रतीक बनकर उभर रहा है; और जब दुनिया विभाजित है, तब भारत एक सेतु का कार्य कर रहा है। उन्होंने स्टार्टअप ‘स्काईरूट’ का उदाहरण देते हुए बताया कि सरकार ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार किए हैं, जिससे युवा नई संभावनाओं की ओर बढ़ रहे हैं। मोदी ने यह भी कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख विकास इंजन बनता जा रहा है। 


बाबा साहेब को श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि भारत में हो रहे परिवर्तन केवल संभावनाओं का विषय नहीं हैं, बल्कि यह बदलते जीवन, विकसित होती सोच और एक नई दिशा में बढ़ते राष्ट्र की सच्ची कहानी है। आज हम बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस मना रहे हैं, और मैं सभी भारतीयों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।


आर्थिक वृद्धि और वैश्विक चुनौतियाँ

मोदी ने कहा कि हम ऐसे समय में हैं जब इक्कीसवीं सदी का एक-चौथाई हिस्सा बीत चुका है। इन पच्चीस वर्षों में, दुनिया ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, जिनमें वित्तीय संकट और वैश्विक महामारी शामिल हैं। इन सभी स्थितियों ने वैश्विक समुदाय के लिए चुनौतियाँ पेश की हैं। अनिश्चितता के इस माहौल में, भारत अपनी अलग पहचान बना रहा है और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।


भारत की आर्थिक प्रगति

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की दूसरी तिमाही की 8.2 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत विश्वास का स्तंभ बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा, "जब दुनिया मंदी की बात करती है, तब भारत विकास की कहानी लिख रहा है। जब अन्य देश विश्वास के संकट से जूझ रहे हैं, तब भारत एक मजबूत स्तंभ बनकर उभर रहा है।" उन्होंने यह भी बताया कि भारत के लिए दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद के आँकड़े 8 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्शाते हैं, जो हमारी प्रगति में एक नई गति को दर्शाता है।


संख्याएँ और अर्थव्यवस्था

मोदी ने कहा कि ये केवल संख्याएँ नहीं हैं, बल्कि ये मजबूत व्यापक आर्थिक संकेत हैं। ये दर्शाते हैं कि भारत आज वैश्विक अर्थव्यवस्था के एक प्रमुख विकास चालक के रूप में उभर रहा है। जब हम भविष्य के परिवर्तनों पर चर्चा कर रहे हैं, तो यह स्पष्ट है कि हम जो परिवर्तन चाहते हैं, वह वर्तमान के कार्यों द्वारा निर्मित मजबूत नींव में निहित है। आज किए जा रहे सुधार और प्रदर्शन हमारे कल के परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।