भारत की रक्षा नीति में आत्मनिर्भरता और भविष्य की तैयारी
भारत सरकार ने 'सुदर्शन चक्र मिशन' के तहत भविष्य के युद्ध परिदृश्यों का पूर्वानुमान लगाने और लक्षित प्रणालियों के विकास की योजना बनाई है। पिछले 11 वर्षों में, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की रक्षा नीति में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं, जिसमें रक्षा बजट में वृद्धि और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया है। इस लेख में, हम देखेंगे कि कैसे भारत ने घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने और आंतरिक सुरक्षा में सुधार किया है, साथ ही भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए क्या कदम उठाए हैं।
Aug 21, 2025, 18:50 IST
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भारत की रक्षा रणनीति का नया दृष्टिकोण
भारत सरकार ने घोषणा की है कि 'सुदर्शन चक्र मिशन' के तहत भविष्य के युद्ध परिदृश्यों का पूर्वानुमान लगाने और लक्षित प्रणालियों के विकास के लिए 'पूर्वानुमानित प्रौद्योगिकियों' का उपयोग किया जाएगा। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने पिछले 11 वर्षों में रक्षा क्षेत्र में हुए विकासों का एक सारांश प्रस्तुत किया है, जिसमें कहा गया है कि वर्तमान सरकार के तहत भारत एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभरा है, जो मुद्दों पर स्पष्टता से अपनी राय रखता है।
रक्षा बजट में वृद्धि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत का रक्षा बजट 2013-14 में 2.53 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2025-26 में 6.81 लाख करोड़ रुपये हो गया है। अब केवल हथियारों की खरीद पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, बल्कि घरेलू उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। 2024-25 में, रक्षा उत्पादन ने 1.50 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड स्तर छुआ है, जो 2014-15 के स्तर से तीन गुना अधिक है।
आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
भारत की रक्षा नीति पिछले एक दशक से आत्मनिर्भरता पर केंद्रित रही है। सरकार ने आयात पर निर्भरता कम करने और स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई सुधार किए हैं। रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020, जो प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के अनुरूप है, स्थानीय उत्पादन को प्राथमिकता देती है।
नवाचार और तकनीकी विकास
रक्षा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने आईडेक्स और टीडीएफ जैसे कार्यक्रम शुरू किए हैं, जो स्टार्ट-अप और एमएसएमई को अनुदान प्रदान करते हैं। इसके अलावा, स्वदेशीकरण पोर्टल ने उद्योग को आयातित वस्तुओं के स्थानीय विकास में मदद की है।
आंतरिक सुरक्षा में सुधार
आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। वामपंथी उग्रवाद की घटनाएं कम हुई हैं, और पिछले एक दशक में 8,000 से अधिक नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है।
भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों का सामना
प्रधानमंत्री मोदी ने 2025 के स्वतंत्रता दिवस पर 'सुदर्शन चक्र मिशन' की घोषणा की, जिसका उद्देश्य भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना है। यह मिशन भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।