भारत की दावोस में विश्व आर्थिक मंच में भागीदारी की तैयारी
दावोस में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक
भारत अगले महीने स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाले विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार है। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, शिवराज सिंह चौहान और प्रल्हाद जोशी शामिल होंगे, साथ ही देश के पांच मुख्यमंत्रियों और 100 से अधिक सीईओ भी भाग लेंगे। मुख्यमंत्रियों में महाराष्ट्र के देवेंद्र फडणवीस, आंध्र प्रदेश के एन चंद्रबाबू नायडू, असम के हिमंता बिस्वा शर्मा, मध्य प्रदेश के मोहन यादव और तेलंगाना के ए रेवंत रेड्डी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, गुजरात के उपमुख्यमंत्री हर्ष रमेशभाई संघवी और उत्तर प्रदेश का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी 18 से 24 जनवरी, 2026 तक इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए दावोस जाएगा।
इस पांच-दिवसीय बैठक में रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी और नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू शामिल होंगे।
भारतीय उद्योग जगत से रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, बजाज समूह के संजीव बजाज और जूबिलेंट भरतिया समूह के हरि एस भरतिया भी इस बैठक में भाग लेंगे।
पाकिस्तान से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार, वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी भी इस सम्मेलन में उपस्थित रहेंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इस बैठक का विषय 'संवाद की भावना' है, जो नेताओं को साझा चुनौतियों का सामना करने और नवाचारों को आगे बढ़ाने के लिए एक निष्पक्ष मंच प्रदान करने का प्रयास करेगा।
