भारत की टेस्ट टीम में चयन पर विवाद: नायर और सुदर्शन की एंट्री

भारत की टेस्ट टीम का चयन
भारत इंग्लैंड में 20 जून से शुरू होने वाली महत्वपूर्ण पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए तैयार है। इस श्रृंखला के लिए टीम की घोषणा ने खासकर सरफराज खान और श्रेयस अय्यर की अनुपस्थिति के कारण चर्चा का विषय बना दिया है। इन दोनों बल्लेबाजों को टीम में शामिल किए जाने की उम्मीद थी, खासकर विराट कोहली और रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद।
चौंकाने वाला चयन
चुनावकर्ताओं ने लगभग आठ साल बाद करुण नायर को टीम में शामिल किया है और साई सुदर्शन को पहली बार बुलाया गया है। इस निर्णय ने सवाल उठाए हैं कि क्या नायर की वापसी सरफराज और अय्यर के टेस्ट में खेलने की संभावनाओं पर भारी पड़ी है।
बीसीसीआई का चयन
जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंग्लैंड दौरे के लिए 18 सदस्यीय टेस्ट टीम की घोषणा की, तो यह कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक था। कोहली और रोहित के रिटायर होने के बाद दो बल्लेबाजी स्थान खाली थे, और सरफराज खान और श्रेयस अय्यर, जो हाल के टेस्ट में खेल चुके थे, को चयन के लिए पसंदीदा माना जा रहा था। लेकिन चयन समिति ने एक अलग रास्ता अपनाया।
नायर और सुदर्शन की फॉर्म
करुण नायर, जिनका आखिरी टेस्ट मैच 2017 में था, ने एक शानदार घरेलू सत्र के बाद वापसी की है। वहीं, साई सुदर्शन की लगातार प्रदर्शन ने उन्हें पहली बार टीम में जगह दिलाई। इसके परिणामस्वरूप, सरफराज और अय्यर को बाहर रखा गया, जिससे प्रशंसकों और विशेषज्ञों की मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आईं।
पूर्व क्रिकेटरों की राय
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अतुल वासन ने चयन निर्णयों पर अपनी राय साझा की। उन्होंने कहा कि सरफराज और अय्यर की अनुपस्थिति का कारण उनकी प्रदर्शन से ज्यादा धारणा है। वासन ने इंग्लिश परिस्थितियों में उनके प्रदर्शन पर संदेह को एक महत्वपूर्ण कारक बताया।
सरफराज और अय्यर की स्थिति
सरफराज खान का टेस्ट करियर अब तक कुछ हाइलाइट्स से भरा रहा है। इस साल उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 62 रन बनाए, लेकिन एक मिश्रण के कारण रन आउट हो गए। इसके बाद उन्होंने 68 रन और फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ 150 रन की पहली टेस्ट शतकीय पारी खेली। हालांकि, उन्हें ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला के लिए नहीं चुना गया और अब इंग्लैंड दौरे की टीम से भी बाहर कर दिया गया है।
नायर की वापसी
इसके विपरीत, करुण नायर ने अपनी चयन के लिए एक मजबूत मामला पेश किया है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में नौ मैचों में 863 रन और विजय हजारे ट्रॉफी में 779 रन बनाए हैं। उनकी हालिया फॉर्म ने चयनकर्ताओं को यह विश्वास दिलाया कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट में एक और मौका मिलना चाहिए।
आगे का रास्ता
जैसे-जैसे इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला नजदीक आ रही है, क्रिकेट समुदाय ध्यानपूर्वक देखेगा कि ये चयन निर्णय मैदान पर कैसे खेलते हैं। सरफराज और अय्यर के लिए अब चुनौती है कि वे प्रदर्शन जारी रखें और वापसी करें, जबकि नायर और सुदर्शन अपने खेल को सबसे बड़े मंच पर साबित करने की कोशिश करेंगे।