भारत की कूटनीति: संवेदनशीलता और दृढ़ता का परिचायक
इस सप्ताह भारतीय विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें रूसी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती, सेवानिवृत्त मेजर विक्रांत जेतली की यूएई में गिरफ्तारी और पाकिस्तान की परमाणु गतिविधियाँ शामिल हैं। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भारत की संवेदनशील और दृढ़ कूटनीति को रेखांकित किया, जो अपने नागरिकों की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस ब्रीफिंग ने भारत की वैश्विक स्थिति को स्पष्ट किया और संवाद एवं सहयोग के माध्यम से कूटनीतिक संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
| Nov 7, 2025, 18:44 IST
भारतीय विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में प्रमुख मुद्दे
इस सप्ताह भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित ब्रीफिंग में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई, जिसने भारत की वैश्विक स्थिति को स्पष्ट किया। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि नई दिल्ली संवेदनशील मुद्दों पर संयम और विवेक के साथ आगे बढ़ रही है। इस ब्रीफिंग में भारतीय नागरिकों की रूसी सेना में भर्ती, सेवानिवृत्त मेजर विक्रांत जेतली की यूएई में गिरफ्तारी, पाकिस्तान की परमाणु गतिविधियाँ और ट्रंप के बयानों पर प्रतिक्रिया शामिल थी।
रूसी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती
जायसवाल ने जानकारी दी कि वर्तमान में लगभग 44 भारतीय नागरिक रूसी सेना में सेवा कर रहे हैं। भारत ने रूस से इनकी तत्काल रिहाई की मांग की है और इस तरह की भर्ती को समाप्त करने की अपील की है। विदेश मंत्रालय ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि रूसी सेना में भर्ती का प्रस्ताव गंभीर जोखिम भरा हो सकता है। यह भारत के मानवीय दृष्टिकोण और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति गहरी चिंता को दर्शाता है।
सेवानिवृत्त मेजर विक्रांत जेतली का मामला
दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा सेवानिवृत्त मेजर विक्रांत कुमार जेतली का है, जो यूएई में हिरासत में हैं। जायसवाल ने बताया कि भारत इस मामले में यूएई अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है और परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। यह दर्शाता है कि भारत अपने नागरिकों को कानूनी संकट में अकेला नहीं छोड़ता।
पाकिस्तान की परमाणु गतिविधियों पर भारत का रुख
भारत ने पाकिस्तान के अवैध परमाणु कार्यक्रम पर अपने रुख को फिर से स्पष्ट किया है। जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान की परमाणु गतिविधियाँ दशकों से तस्करी और निर्यात नियंत्रण उल्लंघन पर आधारित रही हैं। भारत ने बार-बार अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस खतरनाक प्रवृत्ति की ओर आकर्षित किया है। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के हालिया टिप्पणियों के संदर्भ में आया है।
G20 में भारत का दृष्टिकोण
ट्रंप के एक अन्य बयान पर भारत ने अप्रत्यक्ष रूप से अपनी नीति स्पष्ट की है। जायसवाल ने कहा कि भारत G20 की एकता और समावेशिता के सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्ध है। 2023 में भारत की अध्यक्षता में G20 का स्वरूप ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज़ को प्रमुखता देने वाला रहा है।
भारत की कूटनीति का व्यापक अर्थ
विदेश मंत्रालय की इस ब्रीफिंग का मुख्य संदेश यह है कि भारत आज संवेदनशील, दृढ़ और संतुलित कूटनीति का प्रतीक बन चुका है। वह न केवल अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति जागरूक है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपने सिद्धांतों से भी समझौता नहीं करता।
