भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर

भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति की पुष्टि की है। उन्होंने यूके सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता आवश्यक है। इसके अलावा, उन्होंने भारत-यूके के बीच हाल ही में संपन्न एफटीए को एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया, जो द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा। इस नीति के तहत, भारत अपने साझेदारों से अपेक्षा करता है कि वे आतंकवाद के खिलाफ उसकी स्थिति को समझें।
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भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर

भारत की जीरो टॉलरेंस नीति

भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाता है और उम्मीद करता है कि उसके साझेदार इसे समझेंगे।


जयशंकर ने कहा, "हम आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन करते हैं और अपने साझेदारों से अपेक्षा करते हैं कि वे इसे समझें। मैं यूनाइटेड किंगडम सरकार का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष में समर्थन दिया।"


आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता


जयशंकर ने आगे कहा, "हाल ही में भारत-यूके एफटीए और डबल योगदान संधि का निष्कर्ष एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह न केवल हमारे द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा, बल्कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों के अन्य रणनीतिक पहलुओं पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। यह आपूर्ति और मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करने में भी योगदान देगा।"


भारत-यूके संबंधों में मजबूती