भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर ब्रिटेन का समर्थन

भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी के साथ बातचीत में आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि भारत कभी भी बुराई करने वालों को उनके पीड़ितों के समान नहीं रखेगा। जयशंकर ने ब्रिटेन के समर्थन की सराहना की और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया। यह चर्चा तब हुई जब कई देशों ने भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष के संदर्भ में समानताएं बताई।
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भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर ब्रिटेन का समर्थन

जयशंकर ने आतंकवाद पर भारत के रुख को स्पष्ट किया

भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने 7 जून को नई दिल्ली में ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी के साथ विस्तृत चर्चा के दौरान आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत स्थिति को दोहराया। उन्होंने भारत की 'शून्य सहनशीलता' नीति पर जोर देते हुए कहा कि भारत कभी भी 'बुराई करने वालों' को उनके पीड़ितों के समान नहीं रखेगा। यह बयान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक स्पष्ट संदेश के रूप में देखा गया, खासकर तब जब ब्रिटेन समेत कई देशों ने 7 से 10 मई के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष के संदर्भ में समानताएं बताई।


भारत की जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर

जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख की पुष्टि करते हुए कहा कि देश सख्त जीरो टॉलरेंस नीति का पालन करता है और अपने सहयोगियों से भी यही अपेक्षा करता है। उन्होंने हाल ही में क्षेत्रीय तनाव के बाद भारत और पाकिस्तान को समान बताने वाले अंतरराष्ट्रीय आख्यानों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत कभी भी बुराई करने वालों को उनके पीड़ितों के बराबर नहीं रखेगा। उन्होंने पहलगाम, जम्मू और कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले की निंदा के लिए ब्रिटेन के प्रति आभार व्यक्त किया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में ब्रिटेन के समर्थन को स्वीकार किया।


ब्रिटेन का समर्थन और एकजुटता

जयशंकर ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले की ब्रिटेन द्वारा कड़ी निंदा और भारत के साथ उसकी एकजुटता को स्वीकार किया। औपचारिक वार्ता शुरू होने से पहले टेलीविजन पर दिए गए अपने बयान में उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हैं और उम्मीद करते हैं कि हमारे साझेदार इसे समझेंगे।