भारत की अर्थव्यवस्था: स्थिरता के बावजूद चुनौतियों का सामना

भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में स्थिर दिख रही है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियाँ इसे प्रभावित कर सकती हैं। अंतरराष्ट्रीय मांग में कमी, विशेषकर अमेरिका में मंदी, और चीन पर निर्भरता जैसी समस्याएँ सामने आ रही हैं। इसके अलावा, बैंकों से ऋण लेने की धीमी गति और निजी निवेश में कमी भी चिंता का विषय है। जानें कैसे ये कारक भारत की आर्थिक वृद्धि को प्रभावित कर सकते हैं और आत्मनिर्भरता की आवश्यकता क्यों बढ़ रही है।
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भारत की अर्थव्यवस्था: स्थिरता के बावजूद चुनौतियों का सामना

भारत की अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति

भारत की अर्थव्यवस्था इस समय स्थिर और मजबूत नजर आ रही है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सभी चीजें सुचारू हैं। जून महीने की आर्थिक समीक्षा ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियाँ देश की विकास दर को प्रभावित कर सकती हैं.


अंतरराष्ट्रीय मांग में कमी

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग में कमी, विशेषकर अमेरिका जैसे बड़े बाजार में मंदी की स्थिति, भारत के लिए चिंता का विषय है। अमेरिका की अर्थव्यवस्था 2025 की पहली तिमाही में 0.5% सिकुड़ गई, जिसका सीधा प्रभाव भारत के निर्यात पर पड़ सकता है। इसके अलावा, अमेरिका की टैरिफ नीति में अनिश्चितता और घरेलू निजी निवेश में कमी भी चिंता को बढ़ा रही है.


वैश्विक बदलावों का प्रभाव

मध्यम अवधि में सेमीकंडक्टर, रेयर अर्थ धातुओं और मैग्नेट्स जैसे क्षेत्रों में हो रहे वैश्विक बदलाव भारत के लिए नई चुनौतियाँ उत्पन्न कर सकते हैं। हालांकि FY26 को 'स्थिर रफ्तार' वाला वर्ष माना जा सकता है, लेकिन इसे पूरी तरह से सुरक्षित मानना जल्दबाजी होगी.


अर्थव्यवस्था में रुकावट के कारण

भारत की अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ने में दो प्रमुख बाधाएँ हो सकती हैं। पहली, बैंकों से ऋण लेने की गति धीमी है, और दूसरी, कंपनियों या व्यक्तियों का नया निवेश करने का इरादा कमजोर है। इसके अलावा, थोक बाजार में वस्तुओं की कीमतें लगातार गिर रही हैं, जिसे डिफ्लेशन कहा जाता है.


चीन पर निर्भरता

भारत की कई महत्वपूर्ण उद्योगें जैसे परिवहन उपकरण, धातु, मशीनरी, निर्माण और इलेक्ट्रॉनिक्स इस समय रेयर अर्थ जैसे विशेष खनिजों के लिए चीन पर निर्भर हैं। यदि चीन इन खनिजों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाता है, तो भारत की फैक्ट्रियों में उत्पादन प्रभावित हो सकता है.


आत्मनिर्भरता की आवश्यकता

रेयर अर्थ एक विशेष प्रकार का खनिज है, जिसका उपयोग आधुनिक तकनीक में किया जाता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह चीजों को हल्का, टिकाऊ और ऊर्जा की खपत में किफायती बनाता है। भारत को भविष्य में मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस बनने के लिए रेयर अर्थ की आपूर्ति पर अपनी निर्भरता को कम करना होगा.