भारत की अर्थव्यवस्था: ब्रिटिश पीएम की भविष्यवाणी और व्यापारिक संबंधों की मजबूती

ब्रिटिश पीएम केअर स्टार्मर ने भारत की अर्थव्यवस्था के भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण भविष्यवाणियाँ की हैं। उन्होंने कहा कि भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में है। इस दौरान, भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए एक मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति बनी है। जानें कैसे भारत जर्मनी को पीछे छोड़ सकता है और दोनों देशों के बीच सहयोग के नए अवसर क्या हैं।
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भारत की अर्थव्यवस्था: ब्रिटिश पीएम की भविष्यवाणी और व्यापारिक संबंधों की मजबूती

भारत के नए व्यापारिक साझेदार

भारत की अर्थव्यवस्था: ब्रिटिश पीएम की भविष्यवाणी और व्यापारिक संबंधों की मजबूती

ब्रिटिश पीएम केअर स्टार्मर और पीएम नरेंद्र मोदी

अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव के बाद, भारत अब नए वैश्विक मित्रों और व्यापारिक सहयोगियों की खोज में है, जिसमें उसे सफलता भी मिल रही है। भारत ने अपने पुराने संबंधों को भी मजबूत करने का प्रयास किया है, जिसमें ब्रिटेन एक महत्वपूर्ण साझेदार है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर का भारत दौरा इस बात का संकेत है कि भारत वैश्विक सप्लाई चेन का एक केंद्रीय हिस्सा बनने की दिशा में अग्रसर है। दोनों देशों ने एक मुक्त व्यापार समझौते पर भी सहमति जताई है, जिससे उनके व्यापारिक संबंध और भी मजबूत होंगे। इस डील के बाद, भारत के तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का दावा भी किया गया है, जो ब्रिटिश पीएम केअर स्टार्मर द्वारा किया गया है।


भारत की अर्थव्यवस्था का भविष्य

तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में भारत

ब्रिटिश पीएम केअर स्टार्मर ने हाल ही में कहा कि भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता ब्रिटेन को विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा। स्टार्मर ने कहा कि दोनों देश प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल को भी मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के साथ रूस-यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा की और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए साझा दृष्टिकोण अपनाने की बात की।


जर्मनी को पीछे छोड़ने की संभावना

जर्मनी छूटेगा पीछे

अगर केअर स्टार्मर की भविष्यवाणी सही साबित होती है, तो भारत अगले तीन वर्षों में जर्मनी को पीछे छोड़ सकता है। वर्तमान में भारत की जीडीपी 4.18 ट्रिलियन डॉलर है, और उसने हाल ही में जापान को पीछे छोड़कर चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा प्राप्त किया है। अगले तीन वर्षों में, भारत की जीडीपी 6 से 7 ट्रिलियन डॉलर के बीच रहने की संभावना है। इस तरह, भारत जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।


व्यापारिक संबंधों में नई ऊर्जा

ट्रेड डील से आएगी संबंधों में ऊर्जा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश पीएम के साथ वार्ता के बाद कहा कि भारत-ब्रिटेन साझेदारी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। इस वार्ता में व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। दोनों नेताओं ने भारतीय सेना को वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए हल्के बहुउद्देशीय मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति करने की योजना की घोषणा की।


भारत और ब्रिटेन के बीच स्वाभाविक साझेदारी

भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक पार्टनर

ब्रिटिश पीएम ने 100 से अधिक सीईओ और उद्यमियों के साथ भारत की आर्थिक राजधानी में भव्य स्वागत किया। मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक साझेदार हैं, और उनके रिश्ते लोकतंत्र और स्वतंत्रता के साझा मूल्यों पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की बढ़ती साझेदारी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।