भारत का अमेरिका से क्रूड ऑयल आयात में 51% की वृद्धि

भारत का बढ़ता ऑयल इंपोर्ट
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका में पुनः राष्ट्रपति बनने के बाद, भारत ने अपने ऑयल इंपोर्ट में उल्लेखनीय वृद्धि की है। जनवरी 2025 से, भारत ने अमेरिका से तेल खरीदने की गति को तेज कर दिया है। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान, भारत का क्रूड ऑयल आयात अमेरिका से 51 प्रतिशत बढ़ गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में एक महत्वपूर्ण वृद्धि है।
आयात के आंकड़े
ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल भारत ने प्रतिदिन 0.18 मिलियन बैरल तेल आयात किया था, जो इस वर्ष बढ़कर 0.271 मिलियन बैरल प्रतिदिन हो गया है। अप्रैल से जून 2025 के बीच, यह वृद्धि और भी अधिक हो गई, जो 2024 की तुलना में 114% अधिक है।
आर्थिक प्रभाव
इस वृद्धि का आर्थिक आंकड़ों पर भी प्रभाव पड़ा है। 2024-25 की पहली तिमाही में भारत ने 1.73 बिलियन डॉलर का तेल आयात किया, जबकि 2025-26 की पहली तिमाही में यह राशि बढ़कर 3.7 बिलियन डॉलर हो गई। जुलाई 2025 में, भारत ने जून की तुलना में 23% अधिक क्रूड ऑयल अमेरिका से मंगवाया। अमेरिका का भारत के कुल क्रूड इंपोर्ट में हिस्सा पहले 3% था, जो अब बढ़कर 8% हो गया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, भारतीय कंपनियां 2025-26 के वित्तीय वर्ष में अमेरिका से क्रूड ऑयल आयात को 150% तक बढ़ा सकती हैं।
LPG और LNG का बढ़ता आयात
भारत ने अमेरिका से लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (LPG) और लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) का आयात भी बढ़ाया है। 2024-25 में LNG आयात 1.41 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2.46 बिलियन डॉलर हो गया। सूत्रों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच एक बड़ा LNG कॉन्ट्रैक्ट भी चर्चा में है, जिसकी कीमत अरबों डॉलर हो सकती है।
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच की रणनीतिक साझेदारी मजबूत हो रही है। यह संबंध साझा हितों और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित है। उन्होंने बताया कि ऊर्जा सहयोग अब इस रिश्ते का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, जो भारत की अमेरिका के साथ आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को और मजबूत करने की रणनीति को दर्शाता है।