भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस: पीएम मोदी ने महाकुंभ और नारी शक्ति पर की बात

स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन
भारत आज अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से समारोह का नेतृत्व किया। इस अवसर पर, उन्होंने तिरंगा फहराया और राष्ट्रगान गाया। समारोह में विशिष्ट अतिथियों, वरिष्ठ सरकारी और रक्षा अधिकारियों, और एथलीटों सहित हजारों लोग उपस्थित थे। पीएम मोदी ने अपने राष्ट्र संबोधन में प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ का भी उल्लेख किया।
महाकुंभ की सफलता का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रयागराज में हुए महाकुंभ के सफल आयोजन को भारत की शक्ति का प्रतीक बताया। लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महाकुंभ में भारत की जीवंतता को देखा गया। उन्होंने कहा, 'प्रयागराज के महाकुंभ में हमने देखा कि भारत की जीवंतता किस प्रकार साकार होती है। करोड़ों लोग एक जगह, एक सोच, एक जीवन, एक प्रयास... यह दुनिया के लिए एक बड़ा आश्चर्य है।'
मोदी ने आगे कहा, 'महाकुंभ की सफलता भारत की ताकत का प्रमाण है। हमारा देश भाषाओं की विविधता से भरा हुआ है।' यह महाकुंभ हर 12 वर्ष में आयोजित होता है और इस बार 13 जनवरी से 45 दिनों तक चला, जिसमें 62 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया।
महिलाओं की भूमिका पर जोर
महिलाओं की शक्ति का सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में महिलाओं के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, 'आज हर क्षेत्र हमारी नारी शक्ति की ताकत को गर्व से स्वीकार करता है।' उन्होंने कहा कि महिलाएं न केवल उभरती अर्थव्यवस्था की लाभार्थी हैं, बल्कि इसकी गति की प्रमुख चालक भी हैं।
उन्होंने कहा, 'स्टार्ट-अप से लेकर अंतरिक्ष क्षेत्र तक, खेल के मैदानों से लेकर सशस्त्र बलों तक, हमारी बेटियां अपनी पहचान बना रही हैं। आज, महिलाएं गर्व के साथ देश की विकास यात्रा में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं।' मोदी ने महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महत्वपूर्ण भूमिका की भी प्रशंसा की।
उन्होंने 'नमो ड्रोन दीदी' पहल का उल्लेख किया, जिसने ग्रामीण महिलाओं को नई पहचान दी है। एक कहानी साझा करते हुए उन्होंने कहा, 'एक गांव में, एक बहन ने मुझे बताया कि लोग अब उसे पायलट कहते हैं। उसने गर्व से कहा कि वह ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है, फिर भी उसका कद बढ़ गया है।'
मोदी ने यह भी बताया कि सरकार का लक्ष्य तीन करोड़ महिलाओं को 'लखपति दीदी' बनाना है, यानी ऐसी महिलाएं जो सालाना एक लाख रुपये से अधिक कमाएं। उन्होंने कहा, 'मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी नारी शक्ति के सहयोग से दो करोड़ महिलाएं पहले ही लखपति दीदी बन चुकी हैं।' यह लक्ष्य समय से पहले ही हासिल किया जाएगा।