भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट मैच: जडेजा की गेंदबाजी से वेस्टइंडीज संकट में

दूसरे टेस्ट का दूसरा दिन
भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल समाप्त हो गया है। भारत ने अपनी पहली पारी में पांच विकेट पर 518 रन बनाकर पारी घोषित की। दिन के अंत तक वेस्टइंडीज ने चार विकेट पर 140 रन बना लिए हैं, जिससे वह भारत से 378 रन पीछे है। स्टंप्स के समय शाई होप 31 और तेविन इमलाक 14 रन बनाकर क्रीज पर हैं। भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने बेहतरीन गेंदबाजी की, जिसमें उन्होंने तीन विकेट लिए, जबकि कुलदीप यादव ने एक विकेट हासिल किया।
जडेजा का प्रभावी प्रदर्शन
भारत ने पारी घोषित करने के बाद गेंदबाजी में भी दबदबा बनाए रखा और वेस्टइंडीज को शुरुआती झटका दिया। जॉन कैम्पबेल 10 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद तेजनारायण चंद्रपॉल और एलिक अथानाजे ने दूसरे विकेट के लिए 66 रन जोड़े, लेकिन जडेजा ने चंद्रपॉल को 34 रन पर आउट कर दिया। कुलदीप ने अथानाजे का विकेट लेकर वेस्टइंडीज को तीसरा झटका दिया, जबकि जडेजा ने कप्तान रोस्टन चेज को खाता खोले बिना आउट किया। दिन के अंत तक वेस्टइंडीज को और कोई नुकसान नहीं हुआ।
भारत की पारी का शानदार प्रदर्शन
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी में पांच विकेट पर 518 रन बनाकर पारी घोषित की। भारतीय बल्लेबाजों ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें यशस्वी जायसवाल और कप्तान शुभमन गिल ने शतक लगाए। गिल ने 129 रन बनाकर नाबाद लौटे। जैसे ही ध्रुव जुरेल के रूप में भारत ने पांचवां विकेट गंवाया, टीम ने पारी घोषित करने का निर्णय लिया।
गिल का कप्तान के रूप में शानदार प्रदर्शन
दिल्ली टेस्ट में गिल ने अपने टेस्ट करियर का 10वां शतक लगाया। उन्हें इस साल रोहित शर्मा के संन्यास के बाद इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपी गई थी। गिल ने इस कैलेंडर वर्ष में कप्तान के रूप में पांच टेस्ट शतक लगाए हैं, जो एक रिकॉर्ड है। उन्होंने इस मामले में विराट कोहली की बराबरी कर ली है।
यशस्वी का रन आउट होना
यशस्वी ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन शतक लगाया था और दूसरे दिन पारी आगे बढ़ाते हुए दोहरा शतक लगाने के करीब पहुंच गए थे। लेकिन एक रन आउट के कारण वह 175 रन पर पवेलियन लौट गए। यशस्वी ने 258 गेंदों पर 22 चौकों की मदद से यह स्कोर बनाया।
यशस्वी का नया रिकॉर्ड
यशस्वी भले ही दोहरा शतक लगाने में असफल रहे, लेकिन उन्होंने विजय हजारे को पीछे छोड़ते हुए सर्वोच्च निजी स्कोर बनाने के मामले में भारत के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं।