भारत और बहरीन के बीच व्यापारिक समझौते की बातचीत शुरू
भारत और बहरीन के बीच व्यापारिक संबंधों की नई शुरुआत
विदेश मंत्री एस जयशंकर और बहरीन के विदेश मंत्री अलजायनी.
भारत और बहरीन ने एक महत्वपूर्ण व्यापार समझौते पर चर्चा शुरू करने का निर्णय लिया है, जिसमें निवेश समझौते को आगे बढ़ाने की योजना भी शामिल है। इस वार्ता के दौरान, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुललतीफ बिन राशिद अलजायनी के साथ गहन चर्चा की, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करना है।
इस बातचीत में, दोनों मंत्रियों ने डबल टैक्सेशन अवॉइडेंस एग्रीमेंट (DTAA) पर चर्चा शुरू करने के लिए एक सामान्य सहमति बनाने पर भी सहमति व्यक्त की। यह समझौता व्यापारियों को एक ही आय पर दो बार कर देने से बचाएगा, जिससे व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
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निवेश और रक्षा के क्षेत्र में मजबूत संबंध
अलजायनी रविवार को दो दिवसीय भारत यात्रा पर आए थे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य व्यापार, निवेश और रक्षा के क्षेत्र में भारत-बहरीन के संबंधों को और मजबूत करना है, खासकर जब पश्चिम एशिया में राजनीतिक तनाव बढ़ रहा है। बैठक की शुरुआत में, जयशंकर ने गाजा शांति योजना के प्रति भारत के समर्थन को दोहराया और आशा व्यक्त की कि यह योजना क्षेत्र में स्थायी समाधान की दिशा में मदद करेगी।
इन क्षेत्रों के विकास पर चर्चा
जयशंकर और अलजायनी ने रक्षा, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, फिनटेक, अंतरिक्ष, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम, प्रोसेस्ड फूड्स, धातुओं और रत्न-जवेलरी जैसे क्षेत्रों में व्यापार बढ़ाने और विविधता लाने पर सहमति जताई।
भारत-बहरीन संबंध
बहरीन भारत का एक महत्वपूर्ण मित्र देश है, जो पश्चिम एशिया में स्थित है। पिछले कुछ वर्षों में, दोनों देशों के बीच संबंध काफी मजबूत हुए हैं, और 2024-25 में व्यापार 1.64 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। बहरीन में लगभग 3.32 लाख भारतीय नागरिक निवास करते हैं, जो वहां की कुल जनसंख्या का लगभग चौथाई हिस्सा हैं। भारत बहरीन के पांच सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है।
