भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद पर चर्चा: विदेश मंत्री जयशंकर की बैठकें

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अमेरिका में एफबीआई निदेशक और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के साथ आतंकवाद पर महत्वपूर्ण बैठकें कीं। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से भारत की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की स्पष्टता को साझा किया। इस वार्ता में सीमा पार आतंकवाद और वैश्विक सुरक्षा पर चर्चा की गई। जानें, इस बैठक में क्या महत्वपूर्ण बातें हुईं और भारत की सुरक्षा रणनीति क्या है।
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भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद पर चर्चा: विदेश मंत्री जयशंकर की बैठकें

भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद पर चर्चा

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बुधवार को एफबीआई निदेशक काश पटेल और अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड के साथ अलग-अलग बैठकें कीं, जिसमें आतंकवाद और वैश्विक स्थिति पर विचार-विमर्श किया गया। जयशंकर ने पटेल के साथ बातचीत में भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध के खिलाफ सहयोग की सराहना की।


बैठक के बाद, विदेश मंत्री ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाएगा। वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) के बयान और सुरक्षा परिषद द्वारा 25 अप्रैल को जारी बयान में यह महत्वपूर्ण है कि आतंकवादियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।’’


उन्होंने आगे कहा, ‘‘यह आवश्यक है कि हम दुनिया को बताएं कि हमने क्या किया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य यह है कि यदि आतंकवादी हमले होते हैं, तो हम उन पर कार्रवाई करेंगे, उनके समर्थकों और वित्तपोषकों के खिलाफ भी। यह संदेश स्पष्ट है।’’


क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने एक संयुक्त बयान में सीमा पार आतंकवाद और सभी प्रकार के हिंसक अतिवाद की निंदा की।


क्वाड ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की साजिश रचने वालों को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया और संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से सहयोग बढ़ाने की अपील की।


पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे। संयुक्त बयान में कहा गया, ‘‘हम इस निंदनीय कृत्य के अपराधियों को बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान करते हैं।’’


संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी पहलगाम हमले की निंदा की और आतंकवादियों को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता पर बल दिया। भारत ने इस हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था।


इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली थी। जयशंकर ने कहा कि उन्होंने ‘क्वाड’ के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर अपने समकक्षों को भारत के सामने मौजूद आतंकवाद की चुनौती के बारे में बताया।


जयशंकर ने कहा कि उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा, ऊर्जा और गतिशीलता पर चर्चा की गई।


अमेरिका के सांसद लिंडसे ग्राहम के एक विधेयक के तहत रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर 500 प्रतिशत शुल्क लगाने की योजना के बारे में पूछे जाने पर, जयशंकर ने कहा कि भारतीय दूतावास इस मुद्दे पर ग्राहम के संपर्क में है।