भारत 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी के लिए तैयार
भारत ने 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी की घोषणा की है, जो अहमदाबाद में आयोजित होंगे। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इसे गर्व का क्षण बताया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, भारत ने वैश्विक खेल आयोजनों को आकर्षित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें 2036 ओलंपिक की मेज़बानी का लक्ष्य भी शामिल है। इस लेख में जानें कि कैसे भारत ने खेल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय पहचान को बढ़ाने के लिए प्रयास किए हैं।
Oct 16, 2025, 12:47 IST
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भारत की मेज़बानी का गर्वित क्षण
भारत राष्ट्रमंडल खेलों के शताब्दी वर्ष की मेज़बानी के लिए पूरी तरह से तैयार है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर जानकारी दी कि भारत 2030 में अहमदाबाद में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन करेगा, जो कि भारत और गुजरात के लिए गर्व का विषय है। यह प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण का प्रमाण है, जो विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। इससे पहले, राष्ट्रमंडल खेल कार्यकारी बोर्ड ने अहमदाबाद को इस प्रतियोगिता की मेज़बानी के लिए अनुशंसित किया था।
खेलों की मेज़बानी की दिशा में भारत के प्रयास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के तहत, भारत ने वैश्विक खेल टूर्नामेंटों को देश में लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य 2036 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेज़बानी करना है। जैसे-जैसे भारत इस लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, राजनीतिक और खेल नेतृत्व ने यह सुनिश्चित किया है कि देश में कई उच्च-स्तरीय आयोजनों का आयोजन हो, जिससे खेल बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा सके।
भारत में खेल आयोजनों की बढ़ती संख्या
इस वर्ष की शुरुआत में, विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर पहली बार भारत में आयोजित किया गया, जो कि भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में अगस्त में हुआ। यह भारत के लिए बहु-विषयक आयोजनों की मेज़बानी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इसके अलावा, 2014 से भारत ने कई वैश्विक टूर्नामेंटों की मेज़बानी की है, जिससे उसकी अंतरराष्ट्रीय पहचान मजबूत हुई है और 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों के लिए उसकी सिफारिश एक स्वाभाविक विकल्प बन गई है।
ओलंपिक की मेज़बानी की दिशा में नई गति
2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी की सिफारिश ने अहमदाबाद में 2036 ओलंपिक खेलों के आयोजन की दावेदारी को नई ऊर्जा दी है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने जुलाई में अपनी ओलंपिक उम्मीदवारी को मजबूत करने के लिए डोपिंग और प्रशासन से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का संकल्प लिया था।