भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद की कूटनीतिक यात्रा का समापन, यूरोप में मिले प्रवासी भारतीयों से

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की यूरोपीय यात्रा
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को कई यूरोपीय देशों की कूटनीतिक यात्रा के बाद भारत लौट आया। प्रसाद ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य विभिन्न देशों में भारत का पक्ष रखना और प्रवासी भारतीयों से संवाद करना था। उन्होंने उल्लेख किया कि उन्होंने यूके में हाउस ऑफ कॉमन्स के सदस्यों, कंजरवेटिव पार्टी के भारत समूह, लेबर पार्टी और थिंक टैंक के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं। कोपेनहेगन में, उन्होंने कुछ पाकिस्तानी लोगों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन को भी देखा, जो जल्द ही समाप्त हो गया।
भारत-पाक संबंधों पर चर्चा
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि भारत ने पारंपरिक युद्ध लड़े हैं, लेकिन कभी भी आक्रामकता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान के लोगों के खिलाफ नहीं है और सभी सरकारों ने अच्छे संबंध बनाने की कोशिश की है। प्रसाद ने बताया कि दुनिया को यह समझना चाहिए कि पाकिस्तान एक सैन्य-जनरल गठजोड़ के अधीन है, जो आतंकवादियों और उनके शिविरों के माध्यम से गंदे काम करता है।
यात्रा के अनुभव
भारत लौटने पर प्रसाद ने मीडिया से कहा, "यहां वापस आकर बहुत अच्छा लग रहा है। हमारे प्रतिनिधिमंडल ने फ्रांस, इटली, डेनमार्क, इंग्लैंड, ब्रुसेल्स और जर्मनी का दौरा किया। हमने वहां की संसद, थिंक-टैंक और भारतीय समुदाय के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर विदेशों में गुस्सा है और सभी ने इसकी निंदा की है। भारतीय समुदाय ने हमारे साथ मिलकर उत्साह व्यक्त किया। यह यात्रा भारत और यूरोप के बीच नए रिश्ते की शुरुआत का संकेत है।"