भाजपा सांसद ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश की लालू प्रसाद से मुलाकात की निंदा की
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी की लालू प्रसाद से मुलाकात की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह पाखंड है और सवाल उठाया कि एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश कैसे किसी घोटाले के दोषी व्यक्ति से मिल सकता है। प्रसाद ने रेड्डी के लेख का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने देश की आत्मा बचाने के लिए वोट देने की अपील की थी। भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी इस मुलाकात की आलोचना की। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
Sep 8, 2025, 14:08 IST
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भाजपा सांसद की कड़ी प्रतिक्रिया
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी द्वारा चारा घोटाले के दोषी लालू प्रसाद से मुलाकात की कड़ी निंदा की। नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, प्रसाद ने कहा कि सुदर्शन रेड्डी उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा, "हम आज भी न्यायाधीशों का बहुत सम्मान करते हैं, चाहे वे सेवानिवृत्त हों या वर्तमान में कार्यरत। लेकिन जब कोई न्यायाधीश चुनाव में खड़ा होकर कुछ बड़ी बातें कहता है, तो सवाल उठना स्वाभाविक है।"
प्रसाद ने रेड्डी के एक लेख का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था, "देश की आत्मा बचाने के लिए मुझे वोट दें: विपक्षी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार।" उन्होंने कहा कि इस लेख में रेड्डी ने कई महत्वपूर्ण बातें की हैं। प्रसाद ने कहा, "उन्होंने लोकतंत्र के मंदिर और 'अंतरात्मा' की बात की। सुदर्शन रेड्डी ने कहा है कि देश की आत्मा बचाने के लिए मुझे वोट दें।" लालू प्रसाद से मुलाकात के लिए रेड्डी पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने सवाल उठाया, "आप सुप्रीम कोर्ट के किस तरह के सेवानिवृत्त न्यायाधीश हैं कि आप किसी ऐसे व्यक्ति से मिल रहे हैं जो घोटाले का दोषी है? और लालू प्रसाद तो मतदाता भी नहीं हैं और न ही सांसद, फिर आप राष्ट्र की आत्मा की प्रशंसा करने की बात क्यों कर रहे हैं? यह पाखंड है! कृपया राष्ट्र की आत्मा की बात न करें।"
प्रसाद ने आगे कहा कि यह घोर पाखंड है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। इससे पहले, भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी लालू प्रसाद से मुलाकात के लिए रेड्डी की आलोचना की। उन्होंने इस मुलाकात को किसी उच्च संवैधानिक पद के आकांक्षी व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी पर एक चौंकाने वाला बयान बताया।