भाजपा प्रवक्ता ने MGNREGA के नाम परिवर्तन का समर्थन किया
MGNREGA का नाम बदलने का बचाव
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केशवन ने बुधवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के नाम परिवर्तन का समर्थन किया। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि वे महात्मा गांधी के सिद्धांतों के खिलाफ हैं। केशवन ने यह भी कहा कि यह विधेयक गरीबों और वंचित वर्गों को सशक्त बनाने में मदद करेगा, जो महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
राहुल गांधी पर केशवन की टिप्पणी
केशवन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस महात्मा गांधी के आदर्शों के विपरीत हैं। उन्होंने कहा कि गांधी ने राम राज्य का सपना देखा था, जबकि कांग्रेस नेता भगवान राम का नाम लेने से कतराते हैं। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कांग्रेस ने सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दायर कर कहा था कि भगवान राम का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है। केशवन ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी को महात्मा गांधी के बारे में बोलने का क्या अधिकार है।
विधेयक के लाभ
उन्होंने कहा कि यह विधेयक श्रमिकों को कई लाभ प्रदान करेगा। यह गारंटीकृत कार्य दिवसों की संख्या बढ़ाता है और बेरोजगारी भत्ता भी प्रदान करता है। केशवन ने इसे सहकारी संघवाद का प्रतीक बताया और कहा कि यह महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के दृष्टिकोण को साकार करता है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में विकसित भारत - रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025 पेश किया, जिसका उद्देश्य MGNREGA को प्रतिस्थापित करना है।
