भाजपा नेताओं का कांग्रेस पर किसानों के प्रति असंवेदनशीलता का आरोप

कांग्रेस अध्यक्ष पर भाजपा का हमला
भाजपा के नेता अमित मालवीय ने सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर किसानों के दर्द का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की असंवेदनशीलता ने किसानों को दशकों तक निराशा में धकेल दिया है। एक वीडियो साझा करते हुए, मालवीय ने एक्स पर लिखा, "जब भी राहुल गांधी या कांग्रेस किसानों के लिए बोलने का दिखावा करें, उन्हें याद दिलाना चाहिए कि उनके अध्यक्ष खड़गे ने किसानों के दर्द का मजाक उड़ाया और उनसे कहा कि रोने-धोने और प्रचार की तलाश न करें। यह कांग्रेस की असंवेदनशीलता है।"
प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा
मालवीय ने किसानों की आय दोगुनी करने और आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। उन्होंने कहा कि मोदी ने किसानों के लिए एक वास्तविक क्रांति की शुरुआत की है, जिससे उन्हें विविधता लाने, आय बढ़ाने और मौसमी जोखिमों से फसलों की रक्षा करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने मजाक उड़ाया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने काम किया।"
कांग्रेस पर और आरोप
इससे पहले, भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने भी खड़गे पर किसानों का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब एक किसान अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहा था, तब खड़गे ने उसे अपमानित किया। पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस किसानों और उनके हितों के खिलाफ है। उन्होंने एएनआई से कहा, "कांग्रेस किसानों, जवानों और भारत के संविधान का अपमान करती है।"
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
बिहार में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान, कांग्रेस सांसद तारिक अनवर को ग्रामीणों द्वारा कंधों पर उठाए जाने का एक वीडियो वायरल हुआ। पूनावाला ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या अनवर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी "वीवीआईपी प्रोटोकॉल" की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, "कांग्रेस की अधिकार की भावना। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी वे वीवीआईपी प्रोटोकॉल चाहते हैं?"
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
Next time Rahul Gandhi or Congress pretend to speak for farmers, remind them of this — their own President Mallikarjun Kharge mocked farmers’ pain and told them “not to whine and seek publicity all the time.”
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 8, 2025
This is the legendary insensitivity of Congress that pushed farmers to… pic.twitter.com/N3nOpicYo8