भाजपा नेता महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर अंकिता हत्याकांड को लेकर साधा निशाना
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर अंकिता हत्याकांड में सबूत पेश न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस मामले को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई और राजनीतिक लाभ के लिए विवाद खड़ा करने की कोशिश की। भट्ट ने कांग्रेस से स्पष्ट पहचान बताने और गलत सूचनाओं पर आधारित राजनीति से बचने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले में त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
| Dec 24, 2025, 16:50 IST
महेंद्र भट्ट का कांग्रेस पर आरोप
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उसने अंकिता हत्याकांड में तथाकथित "वीआईपी" का मुद्दा उठाया, लेकिन जब सबूत पेश करने की बात आई, तो वह पीछे हट गई। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस इस मामले को लेकर गंभीर होती, तो वह अदालत में अपना बयान और सबूत पेश कर सकती थी। उस समय डीजीपी ने एक जन अपील जारी की थी, जिसमें "वीआईपी" के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों से आगे आने का आग्रह किया गया था।
भट्ट ने कहा कि न तो उस समय किसी ने ऐसा किया और न ही अब कोई कर रहा है। कांग्रेस, अंकिता के मामले में अनावश्यक साजिश की थ्योरी गढ़कर दिवंगत लड़की की आत्मा का अपमान कर रही है। उन्होंने बताया कि एक अपुष्ट वायरल वीडियो के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है, जिसमें इसे छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है, फिर भी कांग्रेस इसे राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है। जिस महिला का ऑडियो वायरल हुआ है, उसका आपराधिक रिकॉर्ड संदिग्ध है और उस पर राजनीतिक मकसद रखने का आरोप है। इसके बावजूद, कांग्रेस राजनीतिक लाभ के लिए विवाद खड़ा करने की कोशिश कर रही है।
सांसद भट्ट ने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस एक बार फिर अपनी नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए "वीआईपी" का मुद्दा उठा रही है। उन्होंने कांग्रेस से कहा कि बयानबाजी करने के बजाय उसे तथाकथित वीआईपी की पहचान स्पष्ट करनी चाहिए और यह बताना चाहिए कि उसने अदालत को यह जानकारी क्यों नहीं दी। भट्ट ने कांग्रेस को अंकिता मामले में असली दोषी ठहराया और कहा कि जनता ने भाजपा को न्याय की लड़ाई लड़ने का आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कांग्रेस से गलत सूचनाओं पर आधारित आरोपों की राजनीति से बचने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया और आरोपियों को 24 घंटे के भीतर हिरासत में लेने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश की थी और असफल रही थी, इसलिए उसे इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।
