भाजपा ने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग में की शिकायत, मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप
भाजपा की शिकायत और राहुल गांधी का बयान
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार शाखा ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी के समक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ एक औपचारिक शिकायत दर्ज की है। यह शिकायत उस समय की गई जब राहुल गांधी ने एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित तौर पर व्यक्तिगत और अपमानजनक टिप्पणी की थी। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने आदर्श आचार संहिता और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का उल्लंघन किया है।
चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग
भाजपा ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वह राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी करे और उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का निर्देश दे। इसके साथ ही, पार्टी ने यह भी मांग की है कि चुनावी मानदंडों की पवित्रता बनाए रखने के लिए राहुल के प्रचार पर एक निश्चित अवधि के लिए रोक लगाई जाए। शिकायत में कहा गया है कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, "अगर भीड़ में से 200 लोग वोट के बदले प्रधानमंत्री मोदी से मंच पर नाचने के लिए कहें, तो वह नाचने लगेंगे।" भाजपा ने इस बयान को प्रधानमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ बताया है।
केंद्रीय गृह मंत्री का बयान
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें अपनी बातों की कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने मोदी के बारे में अपमानजनक बातें कहीं हैं और यह चुनावों में उनके लिए नुकसानदायक साबित होगा। शाह ने कहा कि जब भी राहुल ने ऐसा किया है, भाजपा को लाभ मिला है।
राहुल गांधी का विकास पर बयान
राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि "मोदी-नीतीश" सरकार ने बिहार के युवाओं की आकांक्षाओं को कुचल दिया है और राज्य को विकास के हर पैमाने पर पीछे धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि अब बदलाव का समय है और महागठबंधन के न्याय के संकल्प को फिर से पुष्ट करने का समय आ गया है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, "कुछ दिन पहले, बिहार के युवाओं के साथ मेरी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, हर मुद्दे पर बहुत दिलचस्प बातचीत हुई।"
