भाजपा की चुनावी तैयारियों में अमित शाह का जोरदार संबोधन
गृह मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु में भाजपा की चुनावी तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन की नामांकन की बात की और विपक्ष पर कई आरोप लगाए। शाह ने आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की कड़ी कार्रवाई का भी जिक्र किया। इसके अलावा, उन्होंने 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर विपक्ष के विरोध का जवाब दिया। जानें इस संबोधन में और क्या कहा गया है और भाजपा की चुनावी रणनीति क्या है।
Aug 22, 2025, 18:52 IST
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भाजपा की चुनावी रणनीति
तमिलनाडु में आगामी चुनावों के लिए भाजपा ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। इस सिलसिले में गृह मंत्री अमित शाह ने आज राज्य में बूथ कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि मैं यहाँ राज्य के नागरिकों को यह बताने आया हूँ कि उपराष्ट्रपति बनने के बाद, तमिलनाडु के सीपी राधाकृष्णन राज्यसभा के सभापति बनने जा रहे हैं। इससे पहले एनडीए ने एपीजे अब्दुल कलाम को भारत का राष्ट्रपति बनाकर यह सम्मान दिया था। नरेंद्र मोदी ने हमेशा तमिलनाडु, उसकी भाषा और संस्कृति को मान्यता दी है।
शाह ने आगे कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का धन्यवाद करता हूँ कि उन्होंने प्रतिष्ठित तमिल नेता सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद के लिए नामित किया है। इसके बाद उन्होंने पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा निर्दोष नागरिकों की हत्या का उल्लेख किया। मोदी ने देश को आश्वस्त किया है कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सख्त सजा दी जाएगी। ऑपरेशन सिंदूर के तहत, उन्होंने पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने का आदेश दिया। इसके अलावा, ऑपरेशन महादेव ने पहलगाम में हुए हमले के लिए जिम्मेदार तीन आतंकवादियों को मार गिराया।
भाजपा नेता ने लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पेश किए गए 130वें संविधान संशोधन विधेयक का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस विधेयक का विरोध कर रहा है, जिसमें कहा गया है कि यदि किसी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को जेल होती है, तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा। विपक्ष ने इस विधेयक की वैधता पर सवाल उठाए हैं। उल्लेखनीय है कि DMK के दो वरिष्ठ मंत्री लगभग आठ महीने जेल में रहे, लेकिन उन्होंने अपने पदों से इस्तीफा नहीं दिया। किसी व्यक्ति का जेल से शासन करना अनुचित है। उन्होंने कहा कि DMK इस विधेयक को 'काला विधेयक' कहकर आलोचना कर रहा है, लेकिन अनैतिक कार्यों में लिप्त लोगों को ऐसे आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि डीएमके सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकारों में से एक है, जो कई हाई-प्रोफाइल घोटालों में शामिल है। इनमें टीएएसएमएसी शराब घोटाला, रेत खनन घोटाला, परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार और नौकरी के बदले पैसे कांड शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में एनडीए को 18% वोट शेयर मिला, जबकि उनकी सहयोगी पार्टी, AIADMK को 21% वोट मिले। कुल मिलाकर, इस गठबंधन को लगभग 39% वोट शेयर प्राप्त हुआ। एनडीए और AIADMK के बीच यह साझेदारी केवल एक राजनीतिक सहयोग नहीं है; यह तमिलनाडु के विकास और प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि इंडिया गठबंधन तमिलनाडु और पूरे देश के कल्याण के लिए काम करने में असमर्थ है। स्टालिन का एकमात्र उद्देश्य अपने बेटे के लिए मुख्यमंत्री पद सुरक्षित करना है, जबकि सोनिया गांधी का लक्ष्य अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना है। मैं स्पष्ट कर दूँ: दोनों अपनी महत्वाकांक्षाओं में असफल रहेंगे, क्योंकि एनडीए पूरी तरह से जीत की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ना राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन सकते हैं और ना ही उदयनिधि मुख्यमंत्री। एनडीए की जीत निश्चित है। मोदी जी की जीत सुनिश्चित है।