भाजपा और लोजपा के बीच बिहार चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा

भारतीय जनता पार्टी के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान के साथ बैठक की, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा की गई। इस बैठक में पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी की गई। भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मौजूदा सीटों पर चर्चा की और लोजपा की स्थिति पर भी प्रकाश डाला। जानें इस बैठक के मुख्य बिंदु और बिहार की राजनीतिक स्थिति के बारे में।
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भाजपा और लोजपा के बीच बिहार चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा

भाजपा और लोजपा की बैठक

भारतीय जनता पार्टी के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान के साथ बैठक की। इस बैठक में आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा की गई। केंद्रीय मंत्री प्रधान के साथ बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े और राज्य मंत्री मंगल पांडे भी उपस्थित थे।


चुनाव की तैयारियों की समीक्षा

धर्मेंद्र प्रधान ने 4 और 5 अक्टूबर को पटना जाकर पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। चुनाव समिति ने पार्टी के पटना कार्यालय में सभी 18 सदस्यों के साथ बैठक की, जिसमें 60 मौजूदा सीटों का मूल्यांकन किया गया। वर्तमान विधायकों और संभावित उम्मीदवारों के प्रदर्शन पर चर्चा की गई, और महिलाओं तथा युवाओं को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।


भाजपा की समीक्षा बैठक

बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बताया कि चुनाव समिति की बैठक भाजपा कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में धर्मेंद्र प्रधान और सभी 18 सदस्यों ने तीन घंटे तक मौजूदा सीटों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि लगभग 60 सीटों पर चर्चा की गई, जबकि बाकी सीटों पर बाद में विचार किया जाएगा। लोजपा (रालोद) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा है, जिसमें भाजपा, जनता दल (यूनाइटेड), हिंदुस्तान आवामी मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक शक्ति पार्टी (रालोसपा) शामिल हैं। इस गठबंधन का नेतृत्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं।


लोजपा की स्थिति

वर्तमान में, बिहार विधानसभा में लोजपा (रालोद) का कोई मौजूदा विधायक नहीं है। 2020 के चुनाव में राजकुमार सिंह ने पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी, लेकिन बाद में वह जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल हो गए। पटना में जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) बिहार विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेगा। उन्होंने कहा, "इन चुनावों में सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि सरकार बनने के बाद अगले 25 सालों में बिहार कहाँ होगा।"