भाजपा अध्यक्ष ने राहुल गांधी पर सेना के प्रति गैर-जिम्मेदाराना बयान देने का आरोप लगाया

भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सेना के बारे में तथ्यहीन और गैर-जिम्मेदाराना बयान देने का आरोप लगाया है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय की नाखुशी का हवाला देते हुए कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणियां राष्ट्रविरोधी हैं। राठौड़ ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 1962 के चीन-भारत युद्ध का संदर्भ देते हुए गांधी की आलोचना की। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
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भाजपा अध्यक्ष ने राहुल गांधी पर सेना के प्रति गैर-जिम्मेदाराना बयान देने का आरोप लगाया

राहुल गांधी पर आरोप

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सेना के संबंध में तथ्यहीन और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां करने का आरोप लगाया।


यह टिप्पणी राठौड़ ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सेना से जुड़े एक बयान पर उच्चतम न्यायालय की नाखुशी के बाद की।


उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा बार-बार फटकार लगाना यह दर्शाता है कि राहुल गांधी विशेष रूप से भारतीय सेना के संदर्भ में निराधार, गैर-जिम्मेदाराना और राष्ट्रविरोधी बयान देते रहे हैं।


सर्जिकल स्ट्राइक पर राहुल गांधी की टिप्पणियां

राठौड़ ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद राहुल गांधी की टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए कहा कि जब सेना ने पाकिस्तान को जवाब दिया, तब राहुल और उनकी टीम ने सवाल उठाना शुरू कर दिया कि 'कितने मरे', 'कहां मरे', और 'क्या सबूत हैं'? क्या उन्होंने खुद जाकर देखा था?


उन्होंने यह भी कहा कि जब हमारी सेना गलवान में चीन की सेना को चुनौती दे रही थी, तब राहुल गांधी संवाददाता सम्मेलन में यह कह रहे थे कि हमारी सेना चीन से हार रही है, जो कि आश्चर्यजनक और शर्मनाक है।


1962 का संदर्भ

राठौड़ ने यह भी कहा कि 1962 में, जब जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे, तब चीन ने भारतीय भूमि पर कब्जा कर लिया था।


उन्होंने कहा, '1962 में जब नेहरू प्रधानमंत्री थे, तब चीन ने जमीन हड़पी थी। आज जब हमारी सेना मजबूती से खड़ी है, तब भी राहुल गांधी कहते हैं कि 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन चीन ने ले ली।'