भदोही में स्क्रैप आयात के नाम पर ठगी का मामला, चार लोग गिरफ्तार
भदोही में ठगी का मामला
भदोही जिले में एक कथित अबु धाबी कंपनी से स्क्रैप आयात करने के नाम पर ठगों द्वारा 55 लाख रुपये से अधिक की राशि हड़पने के प्रयास में पुलिस ने एक बैंक शाखा प्रबंधक सहित चार व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने रविवार को इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि भदोही के एक स्क्रैप व्यापारी सिकंदर को दुबई की सिनोमैट ट्रेडिंग एंड रीसाइक्लिंग कंपनी से एल्यूमिनियम स्क्रैप मंगवाना था।
सिकंदर को मुम्बई की वर्षा एक्सपोर्ट्स कंपनी के मालिक हर्षित पारेखर ने सिनोमैट कंपनी के एजेंट जावेद का व्हाट्सएप नंबर दिया। सिकंदर ने जावेद से संपर्क किया, जिसने उसे बताया कि स्क्रैप आयात के लिए भुगतान गारंटी आवश्यक है, जिसके लिए बैंक में 55 लाख 74 हजार रुपये का 'लेटर ऑफ क्रेडिट' देना होगा।
इस पर सिकंदर ने अपने आईसीआईसीआई बैंक की मेन रोड शाखा में वह 'लेटर ऑफ क्रेडिट' जमा कर दिया। मांगलिक के अनुसार, सिकंदर 25 अक्टूबर को स्क्रैप देखने के लिए दुबई गए थे, लेकिन वहां उन्हें न तो कंपनी का कार्यालय मिला और न ही जावेद नामक एजेंट।
खोजबीन के बाद पता चला कि जावेद और उसके साथी ठग हैं, जो इसी तरह की धोखाधड़ी करते हैं। सिकंदर ने 28 अक्टूबर को बैंक को ईमेल भेजकर सूचित किया कि 'उन्हें माल नहीं मिला है और जावेद तथा उसके साथी ठग हैं, इसलिए लेटर ऑफ क्रेडिट के आधार पर कोई भुगतान न किया जाए।'
मांगलिक के अनुसार, इसके बावजूद 11 नवंबर को बैंक ने सिकंदर के 'लेटर ऑफ क्रेडिट' के आधार पर 55 लाख 74 हजार रुपये का भुगतान करने का निर्णय लिया, यह कहते हुए कि सिनोमैट कंपनी ने उन्हें स्क्रैप निर्यात का एक दस्तावेज भेजा है।
सिकंदर ने तर्क दिया कि उन्होंने पहले ही बैंक को धोखाधड़ी के बारे में सूचित किया था, लेकिन बैंक शाखा प्रबंधक ने भुगतान करने का निर्णय लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ठगों और बैंक प्रबंधक के बीच मिलीभगत थी। इस मामले में जावेद, हर्षित पारेखर, सिनोमैट कंपनी के अज्ञात मालिक और बैंक शाखा प्रबंधक के खिलाफ रविवार को मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।
