भटकल में मवेशियों की हड्डियों का मामला: स्थानीय निवासियों का विरोध

उत्तर कन्नड़ जिले के भटकल में मवेशियों की हड्डियों की खोज ने स्थानीय निवासियों को विरोध प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह स्थान अवैध पशु वध के लिए बार-बार इस्तेमाल किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि हिंदू जागरण वेदिके के नेता ने स्थानीय अधिकारियों की निष्क्रियता पर सवाल उठाया है। जानें इस मामले में आगे क्या हो रहा है।
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भटकल में मवेशियों की हड्डियों का मामला: स्थानीय निवासियों का विरोध

भटकल में मवेशियों की हड्डियों की खोज

उत्तर कन्नड़ जिले के भटकल स्थित मुग्दम कॉलोनी के वन क्षेत्र में बड़ी संख्या में मवेशियों की हड्डियां मिली हैं, जिसके चलते स्थानीय समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया और कार्रवाई की मांग की है।


स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में हड्डियों और अन्य अवशेषों को पहाड़ी पर बिखरा हुआ पाया गया।


निवासियों का आरोप है कि यह स्थान बार-बार अवैध पशु वध के लिए उपयोग किया जाता रहा है। इस जानकारी के बाद, हिंदू समर्थक संगठनों के सदस्य और सामुदायिक नेता घटनास्थल पर पहुंचे।


उन्होंने यह भी बताया कि बाद में नगरपालिका के कर्मचारियों ने हड्डियों को इकट्ठा किया और उन्हें कूड़ेदान में डाल दिया। अवशेषों की संख्या को देखते हुए, इस गतिविधि के पीछे एक संगठित नेटवर्क की संलिप्तता का संदेह जताया गया है।


वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि उन्हें इस मामले में शिकायतें मिली हैं और वे जांच कर रहे हैं। एक पुलिस सूत्र ने कहा, 'हमें इस घटना की जानकारी है और हम इसकी जांच कर रहे हैं। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।'


हिंदू जागरण वेदिके के नेता मोहन गौड़ा ने बेंगलुरू से कहा, 'यह अस्वीकार्य है; स्थानीय विधायक, नागरिक प्राधिकारी और अधिकारी इस अवैध कृत्य की ओर आंखें कैसे मूंद सकते हैं?'


उन्होंने आगे कहा, 'कर्नाटक में गोहत्या विरोधी कानून अब भी लागू है, और इस पर पुलिस, जिला प्रशासन और स्थानीय नगर निकाय कार्रवाई कर सकते हैं। हम जल्द ही जिला अधिकारियों से मिलेंगे और उनसे कार्रवाई करने का आग्रह करेंगे।'