ब्रिटेन के 9 विश्वविद्यालय भारत में खोलेंगे कैंपस, छात्रों को मिलेगा बड़ा लाभ

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने हाल ही में भारत का दौरा किया, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की। ब्रिटेन के नौ प्रमुख विश्वविद्यालय भारत में अपने कैंपस खोलेंगे, जिससे भारतीय छात्रों को नए अवसर मिलेंगे। इस दौरे के दौरान, दोनों देशों के बीच रणनीतिक और औद्योगिक सहयोग को बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। जानें इस साझेदारी से छात्रों और उद्योगों को क्या लाभ होगा।
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ब्रिटेन के 9 विश्वविद्यालय भारत में खोलेंगे कैंपस, छात्रों को मिलेगा बड़ा लाभ

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर का भारत दौरा

ब्रिटेन के 9 विश्वविद्यालय भारत में खोलेंगे कैंपस, छात्रों को मिलेगा बड़ा लाभ

प्रधानमंत्री मोदी और कीर स्टार्मर Image Credit source: @narendramodi

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने हाल ही में भारत का दौरा किया। इस दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत मुंबई के राजभवन में किया। दोनों नेताओं ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की, जिसमें ब्रिटेन के नौ प्रमुख विश्वविद्यालय भारत में अपने कैंपस स्थापित करेंगे।

साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी ने पहले ही गुरुग्राम में अपना कैंपस शुरू कर लिया है, और छात्रों का पहला बैच वहां एडमिशन ले चुका है। यह कदम भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप है और दोनों देशों के बीच शैक्षिक संबंधों को मजबूत करेगा.


रणनीतिक और औद्योगिक साझेदारी पर चर्चा

रणनीतिक और औद्योगिक साझेदारी पर चर्चा

इस मुलाकात में, दोनों नेताओं ने भारत और ब्रिटेन के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर विचार किया। शिखर सम्मेलन में, खनिज और औद्योगिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आईएसएम धनबाद में सेटेलाइट कैंपस और उद्योग तथा सप्लाई चेन सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया गया। यह कदम तकनीकी और औद्योगिक सहयोग को नई दिशा देगा.


सैन्य प्रशिक्षण में सहयोग

सैन्य प्रशिक्षण में सहयोग

इसके अतिरिक्त, दोनों देशों ने सैन्य प्रशिक्षण में सहयोग पर भी सहमति जताई। भारतीय वायुसेना के ‘फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर’ अब ब्रिटेन की रॉयल एयरफोर्स में ट्रेनर्स के रूप में कार्य करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की ऊर्जा और गतिशीलता, ब्रिटेन की विशेषज्ञता के साथ मिलकर एक विशेष तालमेल बनाती है. यह साझेदारी भरोसा, टैलेंट और तकनीक पर आधारित है.


औद्योगिक और तकनीकी सहयोग में नई दिशा

औद्योगिक और तकनीकी सहयोग में भी नई दिशा

इस दौरे से न केवल शिक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में बल्कि औद्योगिक और तकनीकी सहयोग में भी नई दिशा मिलेगी। भारत और ब्रिटेन की यह साझेदारी भविष्य में कई अवसर और विकास के रास्ते खोलेगी.

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