बैतूल में RSS प्रचारक पर हमला: तनावपूर्ण स्थिति और पांच गिरफ्तारियां

मध्य प्रदेश के बैतूल में एक आरएसएस प्रचारक पर हमले के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। यह विवाद एक सड़क पर बाइक की टक्कर के बाद शुरू हुआ, जिसके परिणामस्वरूप पत्थरबाजी और तोड़फोड़ हुई। पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार किया है और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है। कलेक्टर ने बताया कि यह मामला किसी गलतफहमी के कारण बढ़ा था। जानें इस घटना के सभी पहलुओं के बारे में।
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बैतूल में RSS प्रचारक पर हमला: तनावपूर्ण स्थिति और पांच गिरफ्तारियां

बैतूल में विवाद का कारण

बैतूल में RSS प्रचारक पर हमला: तनावपूर्ण स्थिति और पांच गिरफ्तारियां


मध्य प्रदेश के बैतूल में एक आरएसएस प्रचारक के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। यह विवाद एक सड़क पर दो बाइकों की टक्कर के बाद शुरू हुआ। इस घटना ने इतना तूल पकड़ा कि दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए, जिसके परिणामस्वरूप शहर में पत्थरबाजी और तोड़फोड़ हुई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।


घटना का विवरण

यह घटना मुलताई तहसील में हुई, जहां दो बाइकों की टक्कर हुई। इनमें से एक बाइक आरएसएस स्वयंसेवक की थी। दूसरी बाइक पर सवार युवकों ने स्वयंसेवक के साथ मारपीट की, जिसके बाद दोनों पक्षों के लोग इकट्ठा होने लगे।


कुछ युवकों ने आरएसएस प्रचारक शिशुपाल यादव पर भी हमला किया। देखते ही देखते हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। विवाद को सांप्रदायिक तनाव का रूप देने की कोशिश की गई। पुलिस के सामने भीड़ बेकाबू हो गई। हालांकि, पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया और उन्हें थाने ले जाने का प्रयास किया।


पुलिस की कार्रवाई

हिंदू संगठनों ने मुलताई थाने का घेराव किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने तुरंत पांच युवकों को गिरफ्तार किया, जिनकी वजह से यह मामला बढ़ा। सभी पक्षों की बात सुनने के बाद विवाद को सुलझाने पर सहमति बनी। इसके बाद स्थिति कुछ हद तक शांत हुई। पुलिस ने बताया कि हालात अब नियंत्रण में हैं और प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।


प्रशासन की प्रतिक्रिया

प्रशासन और पुलिस ने एहतियात के तौर पर मुलताई में पुलिस बल की तैनाती की है और लोगों से संयम बरतने की अपील की गई है। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि यह विवाद किसी गलतफहमी के कारण बढ़ा था, जिसे सुलझा लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला साम्प्रदायिक विवाद नहीं था। अब यह देखना होगा कि दोनों पक्ष इस विवाद को सुलझाने के लिए क्या कदम उठाते हैं।