बेतिया में संदिग्ध मौतों का मामला: पांच लोगों की जान गई, प्रशासन ने की जांच

बेतिया में 36 घंटों के भीतर पांच लोगों की संदिग्ध मौतों का मामला सामने आया है। मृतकों के परिजनों का कहना है कि यह जहरीली शराब के सेवन के कारण हो सकता है। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने गांव का दौरा किया और ग्रामीणों से अपील की है कि वे सतर्क रहें। जानें इस मामले में और क्या जानकारी मिली है और प्रशासन की कार्रवाई क्या है।
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बेतिया में संदिग्ध मौतों का मामला: पांच लोगों की जान गई, प्रशासन ने की जांच

बेतिया में संदिग्ध मौतों की जांच

बेतिया में पांच लोगों की संदिग्ध मौत के कारणों की जांच की जा रही है।


बेतिया में 36 घंटे के भीतर पांच व्यक्तियों की संदिग्ध मौतें हुई हैं। मृतकों के परिवार वालों का मानना है कि यह जहरीली शराब के सेवन के कारण हो सकता है। इस स्थिति को देखते हुए पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने गांव का दौरा किया।


मठिया गांव में हुई इन मौतों में उमेश चौधरी के बेटे मनीष चौधरी (22) और कपिल चौधरी के बेटे सुरेश चौधरी (42) शामिल हैं, जो चाचा-भतीजा हैं। इसके अलावा, मिरुल आलम के बेटे नेयाज अहमद (25) और मोतीराम के बेटे शिवराम (60) की भी मौत हुई है। इससे पहले, शुक्रवार को रामेश्वर गुप्ता के बेटे प्रदीप गुप्ता (35) की भी मौत हो चुकी थी।


रविवार को बीडीओ संजीव कुमार, नरकटियागंज के आरक्षी निरीक्षक रमन सिंह, थानाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा और सिविल सर्जन डॉ. मुर्तुजा अंसारी ने मठिया गांव का दौरा किया। ग्रामीणों और मृतकों के परिजनों ने विभिन्न कारणों का उल्लेख किया है। कुछ ने अधिक शराब और गांजा पीने को मौत का कारण बताया, जबकि अन्य ने दमा, लकवा और ठंड से मौत की आशंका जताई।


हालांकि, अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। डॉ. मुर्तुजा अंसारी ने कहा कि कुछ मौतें शराब और गांजे के सेवन के कारण हुई हैं, जबकि कुछ भूख और ठंड के कारण हुईं।


एसडीएम सूर्यप्रकाश गुप्ता ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में गांव में सात मौतें हुई हैं, जिनमें से एक सड़क दुर्घटना, दो बीमारी (दमा और लकवा), तीन कोल्ड डायरिया और एक शराब के कारण बताई गई हैं। प्रशासन ने ग्रामीणों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की अपील की है।